मध्य प्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर महात्मा गांधी को लेकर बयान दिया है. साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि महात्मा गांधी राष्ट्रपुत्र हैं और हमारे लिए आदरणीय हैं. भारतीय जनता पार्टी की ओर से देशभर में गांधी संकल्प यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन साध्वी प्रज्ञा ने अभी तक इसमें हिस्सा नहीं लिया है.
जब भोपाल रेलवे स्टेशन के एक कार्यक्रम में साध्वी प्रज्ञा पहुंचीं तो वहां पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वो संकल्प यात्रा में क्यों नहीं जा रहीं हैं? इस सवाल को टालते-टालते साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि 'गांधी राष्ट्रपुत्र हैं और हमारे लिए आदरणीय हैं लेकिन मुझे किसी को सफाई नहीं देनी'.
बीजेपी सांसद ने कहा कि देश के लिए जिसने भी जो सराहनीय कार्य किया है, निश्चित रूप से वो हमारे लिए आदरणीय और परम आदरणीय होता है. हम उनके कदमों पर चलते हैं. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि हमारे जो लोग हमें मार्गदर्शन देकर गए हैं निश्चित रूप से हम उनका गुणगान करते हैं, उनके कदमों पर चलकर हम लोगों का आगे मार्ग प्रशस्त करते हैं.
कांग्रेस पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कहने से हम अपने सिद्धांतों को नहीं बदलेंगे, जो अच्छा है वो स्वीकार्य है जो गलत है वो अस्वीकार्य है. कांग्रेस जो चाहे कहे, लेकिन मेरे सिद्धांत राष्ट्र के लिए हैं.
BJP सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि ईमानदारी से एक पल के लिए भी मैं ईश्वर के समक्ष सत्य रहना चाहती हूं, मुझे किसी को कोई सफाई देने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्र के लिए जीती हूं और मरती हूं.
कस्तूरबा गांधी का सम्पूर्ण जीवन समर्पण का अनूठा उदाहरण है।पति को उच्च स्थान तक पहुंचाने मे महिला की पूरी तपस्या लगी होती है, उनकी साधना अप्रत्यक्ष थी ।सचमुच सराहनीय कस्तूर "बा"। pic.twitter.com/CnFO6lApz5
— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) October 18, 2019
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में गांधी संकल्प यात्रा निकाल रही है, लेकिन अभी तक इसमें साध्वी प्रज्ञा ने हिस्सा नहीं लिया है. अभी बीते दिनों ही साध्वी प्रज्ञा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की तारीफ की थी.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिसपर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया था. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब कहा था कि वह इस बयान के लिए साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाएंगे.