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मध्य प्रदेशः कोरोना मरीजों के लिए सेना ने 48 घंटे में बनाया 150 बेड का आइसोलेशन सेंटर

डेढ़ सौ बेड में से 40 बेड महिलाओं के लिए रिजर्व रखे गए हैं. इन मरीजों की निगरानी के लिए चार डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे.

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महिलाओं के लिए 40 बेड रिजर्व
महिलाओं के लिए 40 बेड रिजर्व
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एसिम्प्टोमेटिक कोरोना संक्रमितों का होगा इलाज
  • आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन का भी इंतजाम

देश इस समय कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है. देश की सरहद को सुरक्षित रखने के लिए मुस्तैद रहने वाली भारतीय सेना ने अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जारी इस जंग में भी मोर्चा संभाल लिया है. सेना ने कोरोना की महामारी से त्रस्त मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में महज 48 घंटे के अंदर ही 150 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाकर तैयार कर दिया है.

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जानकारी के मुताबिक यहां पर एसिंप्टोमेटिक मरीजों का इलाज किया जाएगा. दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर आर्मी अस्पतालों को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया था. इसके बाद आर्मी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर भोपाल के बैरागढ़ में सेना के तीन ईएमई सेंटर में 150 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया है.

बताया जाता है कि जिस जगह पर आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है वहां पर सेना के जवानों को रखा जाता है. अब आइसोलेशन सेंटर बनाने के लिए जवानों को यहां से शिफ्ट किया गया है. हर एक बैरक में चार से पांच कमरे हैं और हर कमरे में छह बेड हैं. डेढ़ सौ बेड में से 40 बेड महिलाओं के लिए रिजर्व रखे गए हैं. इन मरीजों की निगरानी के लिए चार डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे.

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सेना की ओर से तैयार किए गए इस आइसोलेशन सेंटर में दो डॉक्टर सेना और दो डॉक्टर प्रदेश सरकार की ओर से तैनात किए जाएंगे. इस आइसोलेशन वार्ड में यदि अचानक किसी को ऑक्सीजन की जरूरत महसूस होगी तो उसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं. सेना की ओर से निर्मित इस आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीनें भी रखी गई हैं.

 

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