मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर उठे विवाद के बीच भोपाल में सीएम कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात की. सीएम हाउस में हुई ये मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली. सीएम कमलनाथ से मुलाकात के बाद सीएम हाउस के बाहर सिंधिया ने पत्रकारों को बताया कि मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश से किसानों और जनता का जो नुकसान हुआ है, वो भयावह है. इसी सिलसिले में वो सीएम कमलनाथ से मुलाकात करने आए थे.
मुलाकात से पहले सिंधिया भोपाल से सटे बैरसिया पहुंचे थे, जहां उन्होंने खेतों का दौरा किया और भारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों को देखा था. सीएम हाउस के बाहर सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में अतिवर्षा के चलते बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं और मैंने इन्हीं हालातों को लेकर व जनता को किस तरह से राहत दी जा सकती है, इन सब विषयों पर सीएम कमलनाथ से चर्चा की है.
सिंधिया ने कहा कि अतिवर्षा से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने पर चर्चा हुई है. बारिश से खराब फसलों का सर्वे ठीक से हो, बरसात रुकने के एक दो दिन बाद सर्वे शुरू हो और फिर राहत राशि व फसल बीमा की राशि भी मिले. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि सीएम कमलनाथ ने उनकी बातों को ध्यान से सुना है और आश्वासन दिया है कि बारिश पूरी तरह रुकने के बाद फसलों का सर्वे कराया जाएगा.'
पत्रकारों ने जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में हो रही देरी से जुड़ा सवाल पूछा तो सिंधिया ने कहा कि ये सवाल कांग्रेस से पूछना चाहिए कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए देरी क्यों हो रही है? सिंधिया ने कहा कि मैं जनता की सेवा, प्रगति और विकास को लेकर काम करता हूं. यह मैं पहले ही स्पष्ट कर चुका हूं. प्रदेश अध्यक्ष पद पर हो रही देरी पर मैं कुछ नही बोलूंगा क्योकि मैं इसमें निर्णायक भूमिका में नहीं हूं.