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MP उपचुनाव: कमलनाथ पर भड़के ज्योतिरादित्य सिंधिया, बोले- हां, मैं अपनी जनता का कुत्ता हूं!

कमलनाथ को जवाब देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हां, मैं कुत्ता हैं, जो हमेशा अपने मालिकों के लिए वफादार रहता है. बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी यहां आते हैं.....अशोक नगर में आए हैं....इसपर जनता जवाब देती है नहीं आए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि और वो कहते हैं कि मैं कुत्ता हूं. कमलनाथ जी सुन लीजिए. मैं कुत्ता हूं.

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बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (फोटो- PTI)
बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (फोटो- PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मध्य प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी-कांग्रेस में जुबानी जंग जारी
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ पर बोला बड़ा हमला
  • मुझे गर्व है कि मैं अपनी जनता का कुत्ता हूं: ज्योतिरादित्य सिंधिया

मध्‍य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए प्रचार चरम पर है. बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. दोनों ही पार्टियों के नेताओं में जुबानी जंग भी चल रही है. दोनों ही ओर से वार-पलटवार जारी है. बयानों का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता कमलनाथ पर कुत्ता कहने का आरोप लगाया.

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कमलनाथ को जवाब देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हां, मैं कुत्ता हैं, जो हमेशा अपने मालिकों के लिए वफादार रहता है. बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी यहां आते हैं.....अशोक नगर में आए हैं....इसपर जनता जवाब देती है नहीं आए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि और वो कहते हैं कि मैं कुत्ता हूं. कमलनाथ जी सुन लीजिए. मैं कुत्ता हूं. क्योंकि मेरी मालिक मेरी जनता है. मैं कुत्ता हूं, क्योंकि कुत्ता अपने मालिक की रक्षा करता है.

देखें: आजतक LIVE TV

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी मैं कुत्ता हूं, क्योंकि अगर कोई भी व्यक्ति मेरे मालिक को ऊंगली दिखाए और मालिक के साथ भ्रष्टाचार और विनाशकारी नीति दिखाए तो कुत्ता काटेगा उसे. मुझे गर्व है कि मैं अपनी जनता का कुत्ता हूं. 

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3 नवंबर को है वोटिंग

बता दें कि मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार के गिरने की सबसे बड़ी वजह थी ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाना. सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक विधायकों ने भी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद बीजेपी का दामन थाम लिया था. 

इस तरह विधानसभा की एक के बाद एक 25 सीटें खाली होती गईं और 3 सीटें विधायकों के निधन से रिक्त गईं. नतीजतन मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. उपचुनाव के लिए वोटिंग 3 नवंबर को होगी. 

 

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