फिल्म स्टार शाहरुख खान को लेकर विवादित बयान देने वाले बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर भले ही इस ओर माफी मांगते हुए अपनी बात वापस ले ली हो, लेकिन उनके आक्रामक तेवर में कहीं कोई कमी नहीं आई है. बीजेपी नेता ने गुरुवार को अपने ताजा बयान में बिना किसी का नाम लिए कहा कि जो कोई भी देश का सम्मान कम करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
भोपाल में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'चाहे वो कोई भी हो, जो देश का सम्मान कम करने की कोशिश करेगा वो बख्शा नहीं जाएगा.'
विजयवर्गीय ने आगे कहा, 'आप देख रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश का सम्मान बढ़ा रहे हैं. ऐसी प्रतिष्ठा पाने वाले वो देश के पहले प्रधानमंत्री हैं. ऐसे में अगर कोई भी देश के सम्मान को कम करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.'
गौरतलब है कि इससे पहले बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के असहनशीलता वाले बयान को बीजेपी महासचिव ने 'देशद्रोह' बताया था, वहीं विवाद बढ़ने के बाद माफी मांगते हुए उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया है. विजयवर्गीय ने इस बाबत ट्वीट किया कि अगर भारत में असहिष्णुता होती तो अमिताभ के बाद शाहरुख सबसे अधिक लोकप्रिय नहीं होते.
यही नहीं, उन्होंने यह भी लिखा कि उनका उद्देश्य किसी को भी ठेस पहुंचाना नहीं था. बुधवार को अपना बयान वापस लेते हुए बीजेपी नेता ने दो ट्वीट किए.
अगर भारत में असहिष्णुता होती तो अमिताभ के बाद सर्वाधिक लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख़ न होते, मेरे ट्वीट को कुछ लोगो ने अलग अर्थो में लिया है। 1/2
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 4, 2015
मेरा उद्देश्य किसी को भी ठेस पहुँचाना कतई नहीं था। मैं अपना कल का ट्वीट वापिस लेता हूँ। 2/2
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 4, 2015
विजयवर्गीय के इन ट्वीट्स पर हुआ था विवाद-
शाहरुख़ खान रहते भारत में हैं पर उनका मन सदा पाकिस्तान में रहता है। उनकी फिल्मों यहाँ करोड़ो कमाती है पर उन्हें भारत असहिष्णु नजर आता है 1/5
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 3, 2015
यह देशद्रोह नहीं तो क्या? भारत संयुक्त-राष्ट्र का स्थाई सदस्य बनने को है, पाक समेत सभी भारत विरोधी ताकते इसके विरुद्ध षड्यंत्र रच रही है 2/5
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 3, 2015
भारत मे असहिष्णुता का माहौल बनाना षडयंत्र का हिस्सा है। शाहरुख़ ने 'असहिष्णुता का राग' पाक व भारत विरोधी ताकतों के सुर में सुर मिलाना है 3/5
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 3, 2015
जब 1993 में बॉम्बे में सेकड़ों लोग मारे गये तब शाहरुख़ खान कहाँ थे? जब मुम्बई पर 26/11 को हमला हुआ तब शाहरुख़ कहाँ थे? 4/5
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 3, 2015
आज सारी दुनिया भारत व उसके नेतृत्व का मान कर रही है, ऐसे में यहाँ असहिष्णुता बढ़ने की बात करना, दुनिया के समक्ष भारत को कमजोर करना होगा। 5/5
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) November 3, 2015