बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी की विधानसभा से सदस्यता रद्द होने से बीजेपी खेमे में बैचेनी बढ़ गई है. इसकी तस्वीर भी अब साफ तौर पर दिखने लगी है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधायकों को पत्र लिख उनपर दर्ज केसेस की वर्तमान स्थिति, पुलिस एफआईआर की कॉपी, केस लड़ने वाले वकील का नाम और नम्बर और केस से जुड़े सभी दस्तावेज की जानकारी एक हफ्ते में जमा कराने को कहा है.
गोपाल भार्गव ने विधायकों को भेजे पत्र
इसके अलावा विधानसभा के शीत सत्र में सरकार को घेरने के लिए स्थानीय मुद्दों और पुलिस/प्रशासन द्वारा द्वेषपूर्ण कार्रवाई की भी जानकारी मांगी है. विधायकों को भेजे पत्र में गोपाल भार्गव ने लिखा है कि विधायक अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को लेकर तारांकित और अतारांकित प्रश्नों की सूची तैयार रखें ताकि सत्र की अधिसूचना जारी होते ही सचिवालय को इसकी जानकारी भेजी जा सके.
इसके अलावा स्थानीय प्रशासन या कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने या झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं तो उसकी जानकारी भेजें. नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि 'शिक्षा, स्वास्थ्य, अवैध उत्खनन, कर्जमाफी ना होना, किसान आत्महत्या और बाढ़ पीड़ितों को शासकीय मदद ना मिलने से जुड़ी जानकारी भी जल्द से जल्द उन्हें दी जाए.
बीजेपी विधायक की सदस्यता हो चुकी है रद्द
हाल ही में कोर्ट से 2 साल की सजा मिलने के बाद स्पीकर एनपी प्रजापति ने विधानसभा से बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता को रद्द करने की जानकारी चुनाव आयोग को दी थी. बीजेपी इसके खिलाफ राज्यपाल लालजी टण्डन तक से मिल चुकी है. वहीं विधायक प्रह्लाद लोधी में विशेष कोर्ट के फैसले को हाइकोर्ट में चुनौती दी है. पहले झबूआ उपचुनाव में हार और विधायक की सदस्यता जाने के बाद सदन में बीजेपी विधायकों की संख्या 109 से घटकर 107 रह गई है.