मध्य प्रदेश उपचुनाव से ठीक पहले विधायक राहुल लोधी के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. राहुल लोधी के पार्टी छोड़ने को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर खरीद-फरोख्त की राजनीति करने का आरोप लगाया है. कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा उपचुनावों के परिणामों से डर कर भाजपा उनके (कांग्रेस) विधायकों के साथ सौदेबाजी कर रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों से फोन पर संपर्क किया जा रहा है और उन्हें पार्टी बदलने के लिए भारी रकम ऑफर किया जा रहा है. उन्होंने बीजेपी पर सौदेबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'ये बाजार में चल पड़े हैं जो मिल जाये उसे खरीद लो. सौदेबाजी की राजनीति ही उपाय रह गया है. मुझे इस बात का दुख है कि चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है पर ये जो उत्सव है सौदेबाजी का है, बिकाऊ का उत्सव है.'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मुझे कई विधायकों (कांग्रेस) के फोन आये हैं कि बीजेपी उनको फोन कर रही है, इतना ऑफर दे रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि मार्च में मैं भी सौदेबाजी कर सकता था, लेकिन मैं इस प्रकार की राजनीति में विश्वास नहीं रखता. प्रदेश का मतदाता बहुत सरल व सीधा है लेकिन राजनीतिक रुप से बहुत जागरुक है और वह सब समझ रहा है.
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कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को अहसास हो गया है कि मध्य प्रदेश में सरकार बचाने के लिए संख्या जुटाना मुश्किल है इसिए अब वो इस तरह की राजनीति कर रहे हैं.
कमलनाथ के आरोप पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जवाब देते हुए कहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष इस लिए परेशान हैं क्योंकि वो अब अकेले रह गए हैं. कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़कर खुद बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं. क्योंकि उन्हें अहसास हो गया कि 15 महीने की कमलनाथ सरकार के दौरान उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया.
बता दें , मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान तथा 10 नवंबर को मतगणना होगी. बीजेपी को सरकार में बने रहने के लिए 28 में से नौ सीटें चाहिए, जबकि कांग्रेस को वापसी करने के लिए सभी सीटें जीतना जरूरी है.