सागर जिले में आने वाली बंडा विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है. यह सीट लंबे समय तक बीजेपी के कब्जे में रही. बीड़ी उद्योगपति पूर्व मंत्री हरनाम सिंह राठौर यहां से चार बार चुनाव जीते. फिलहाल यहां उनके बेटे हरवंश सिंह राठौर विधायक हैं.
मालूम हो कि 2013 के विधानसभा चुनाव के समय हरनाम सिंह का निधन हो गया था. जिसके बाद बीजेपी ने हरवंश सिंह राठौर को टिकट दिया था.
2008 में भी हरनाम सिंह का स्वास्थ्य ठीक ना होने की वजह से उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था, जिस कारण यहां कांग्रेस के नारायण प्रजापति जीतने में कामयाब रहे थे.
कांग्रेस की बात करें तो यहां 2008 में नारायण प्रजापति, 1993 में संतोष साहू और 1980 में प्रेम नारायण गोरेलाल चुनाव जीतकर आए थे. इस बार कांग्रेस इस सीट पर अच्छी स्थिति में नहीं दिख रही है.
कांग्रेस, भाजपा के अलावा यहां से बसपा भी चुनाव में दमखम रखती है. तीन चुनाव से बसपा ने क्षेत्र में पैर जमाने का प्रयास किया है. वर्ष 2013 के चुनाव में बसपा के गुलाबचंद गोलन ने 20 हजार वोट लेकर भाजपा की बढ़त को रोका था.
यहां का जातीय समीकरण भी काफी बंटा हुआ है. लोधी, यादव, अनुसूचित जाति, आदिवासी और ठाकुर समुदाय के वोटर काफी प्रभावी हैं. इसके अलावा जैन और मुसलमान वोटर भी यहां निर्णायक हैं.