राजधानी भोपाल में शनिवार रात उस समय दिल्ली का निर्भया कांड होते होते बच गया जब एक कंडक्टर ने बस में महिला से छेड़छाड़ की और विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की. हालांकि, महिला और उसके बच्चों की चीख पुकार सुन आसपास के लोगों ने बस को रोक लिया और कंडक्टर की धुनाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
जहांगीराबाद पुलिस के अनुसार भोपाल के छोला मंदिर निवासी 25 वर्षीय महिला अपनी बेटी और भांजी के साथ एक निजी बस से भोपाल के नादिरा बस स्टैंड पहुंची थी. नादिरा बस स्टैण्ड पर बस पूरी तरह खाली हो गई. कंडक्टर ने महिला को नादिरा बस स्टैण्ड पर नहीं उतरने दिया और बस आईएसबीटी के लिये रवाना हो गई. रास्ते में कंडक्टर ने महिला को अकेली देख उसका हाथ पकड़ लिया और उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी. महिला ने जब इसका विरोध किया तो कंडक्टर ने उसके साथ मारपीट भी की.
इस बीच लिली सिनेमा घर के पास लोगों ने बस से बच्चों और महिला की चीखे सुनी तो उसके आगे गाड़ी लगाकर बस को जबरन रुकवा लिया. सूत्रों के अनुसार बस रुकते ही महिला और बच्चे बस से उतरकर भीड़ की ओर भागे. लोगों ने जब महिला से उसका हाल सुना तो उन्होने कंडक्टर को उतारकर उसकी जमकर धुनाई की और उसे पकडकर जहांगीराबाद थाने ले गये. पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी कंडक्टर रंजीत के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है.