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टीकमगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर

2008 के चुनाव में यादवेन्द्र सिंह यहां से चुनाव जीतकर आए आए थे. वो इस सीट से सात बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन तीन बार ही उन्हें जीत हासिल हुई है. अब वो एक बार फिर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. वहीं, इसके पहले के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर अखंड प्रताप सिंह जीतकर आए थे.

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टीकमगढ़ विधानसभा सीट.
टीकमगढ़ विधानसभा सीट.

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टीकमगढ़ विधानसभा सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर रही है. यह सीट वर्तमान में बीजेपी के पास है. यहां विधायक हैं कृष्णा कुमार श्रीवास्तव. पिछले चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के यादवेन्द्र सिंह को 17 हजार से अधिक मतों से हराया था.

2008 के चुनाव में यादवेन्द्र सिंह यहां से चुनाव जीतकर आए आए थे. वो इस सीट से सात बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन तीन बार ही उन्हें जीत हासिल हुई है. अब वो एक बार फिर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. वहीं, इसके पहले के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर अखंड प्रताप सिंह जीतकर आए थे.

मालूम हो कि बुंदेलखंड का यह इलाका हमेशा से ही पानी की समस्या से जूझता रहा है. यहां सबसे बड़ी समस्या भी यही है. पिछले तीन सालों से यह जगह सूखे के भी चपेट में है. लेकिन ना तो बीजेपी इस समस्या को सुलझा पाई है और ना ही कांग्रेस.  

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यहां के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा अनुसूचित जनजाति के वोटर्स हैं. इसके अलावा यादव, ठाकुर वोटर्स का भी यहां ख़ासा प्रभाव है.

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