मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल- व्यापम भर्ती घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नम्रता दामोर मामले में हत्या का केस दर्ज किया है. व्यापम मामले में आज तीन और प्राथिमिकियां दर्ज की गई. इनमें से एक प्राथमिकी मेडिकल छात्रा नम्रता दामोर की मौत से जुड़ी हुई है. सीबीआई ने IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है.
अब तक आठ प्राथमिकियां
सीबीआई के निदेशक अनिल सिन्हा ने दिल्ली में इस बात की पुष्टि की. इसके साथ ही व्यापम घोटाले में अब तक आठ प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं. वर्ष 2012 में नम्रता का शव मध्य प्रदेश के उज्जैन में रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया था. शुरुआती जांच में हत्या की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन बाद में पुलिस द्वारा इसे आत्महत्या का मामला बताया गया.
जनवरी 2012 का मामला
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा नम्रता की लाश सात जनवरी 2012 को उज्जैन जिले के कायथा के समीप शिवपुरा-भेरुपुर रेलवे ट्रेक पर मिली थी. वह इंदौर-बिलासपुर ट्रेन से जबलपुर जा रही थी.
पुलिस की थ्योरी में पेंच
नम्रता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सकों ने मुंह दबाये जाने को मौत का कारण बताया था, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन बाद में पुलिस ने आत्महत्या का मामला बताते हुए मामला बंद कर दिया.
रिपोर्टों से हुआ खुलासा
बाद में रिपोर्टों से खुलासा हुआ कि नम्रता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या के संकेत मिले हैं. व्यापम घोटाले से जुड़े 48 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने नौ जुलाई को व्यापम मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.
सीबीआई को मिले महत्वपूर्ण दस्तावेज
सीबीआई ने सोमवार को भोपाल पहुंचकर जांच शुरू कर दी थी. सीबीआई अब तक जांच कर रही एसटीएफ और जिले स्तर पर गठित पुलिस की एसआईटी के साथ कई दौर की बैठकें कर चुकी है. एसटीएफ और एसआईटी ने सीबीआई को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी सौंपे हैं.
संदेह का घेरा काफी बड़ा
व्यापम से जुड़े मामलों में अभी तक 21,000 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इस जांच के दौरान 48 लोगों की मौत हो चुकी है. एसटीएफ इस मामले के 12,000 आरोपियों के चालान भी पेश कर चुकी है.