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खरगोन हिंसा: तलवार लहराते दिखे उपद्रवी, सामने आया हिंसा-पत्थरबाजी का CCTV फुटेज

मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी को हुई हिंसा का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इसमें देखा जा रहा है कि दंगाई पत्थरबाजी और तलवार लहराते दिखाई दे रहे हैं. यह सीसीटीवी फुटेज घाटी मार्ग मुल्लान वाड़ी जामा मस्जिद के ठीक पीछे वार्ड नंबर 13 का बताया जा रहा है. इसमें एक शख्स तलवार से गाड़ियों पर हमला भी करता दिख रहा है.

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खरगोन में रामनवमी के दिन हिंसा हुआ थी.
खरगोन में रामनवमी के दिन हिंसा हुआ थी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • खरगोन में रामनवमी के दिन हुई थी हिंसा
  • रामनवमी के जुलूस पर हुआ था पथराव

मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी को हुई हिंसा का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इसमें देखा जा रहा है कि दंगाई पत्थरबाजी और तलवार लहराते दिखाई दे रहे हैं. यह सीसीटीवी फुटेज घाटी मार्ग मुल्लान वाड़ी जामा मस्जिद के ठीक पीछे वार्ड नंबर 13 का बताया जा रहा है. इसमें एक शख्स तलवार से गाड़ियों पर हमला भी करता दिख रहा है. 

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वीडियों में देखा जा सकता है कि कुछ लोग जो अपना चेहरा ढके हुए हैं. उनके हाथों में तलवार है. कुछ पत्थरबाजी भी करते नजर आ रहे हैं.  

 

100 लोग हुए गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के अवसर पर निकली शोभायात्रा पर कुछ लोगों ने पथराव किया था. आरोप है कि जब शोभायात्रा मस्जिद के पास से गुजर रही थी, तभी पथराव शुरू किया गया. इसके बाद से इलाके में माहौल तनावपूर्ण है. रामनवमी और उसके अगले दिन फैली हिंसा के मामले में अब तक करीब 100 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

एसपी पर उपद्रवियों ने किया हमला

हिंसा में खरगोन के एसपी सिद्धार्थ चौधरी भी जख्मी हुए थे. उनके पैर में गोली लगी है. चौधरी ने बताया था कि उन्हें जैसे ही हिंसा और आगजनी की सूचना मिली, वे संजय नगर इलाके में पहुंचे तो तलवार लिए एक युवक ने उन्हें दौड़ा लिया. लेकिन, जब उन्होंने उसका पीछा किया और उससे तलवार छीनने की कोशिश की, तो उनके अंगूठे में चोट लग गई. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने उसे दोबारा पकड़ने की कोशिश की, तो उसके साथी ने उनपर गोली चलाई. इससे उनकी टांग में जख्म हो गया. हालांकि, सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी. फिलहाल, एसपी घर पर ही आराम कर रहे हैं.

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उधर, पुलिस इस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है. हिंसा में शामिल आरोपियों की अवैध संपत्तियों को तोड़ा जा रहा है. हालांकि, मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में जानबूझ कर सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों को टारगेट कर रहा है.

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