सरदार सरोवर डैम में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान जारी कर नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण पर निष्पक्ष रूप से काम नहीं करने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हम अपने स्तर से सरदार सरोवर बांध का फाटक खुलवाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा है कि हम अपने स्तर से प्रयास करेंगे कि डैम फुल टैंक लेवल तक न भरे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बाढ़ के पानी में डूबे इलाकों के विस्थापितों का पुनर्वास करने की मांग को लेकर अनशन कर रहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की अगुवा सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर से अपना अनशन समाप्त करने की अपील भी की है.
गौरतलब है कि गुजरात के सरदार सरोवर बांध पर नर्मदा का जलस्तर 134 मीटर तक पहुंच गया. बांध का गेट नहीं खोले जाने के कारण मध्य प्रदेश के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
घरों में पानी भर जाने के कारण हजारों की तादाद में लोग विस्थापित हो गए हैं. इनके पुनर्वास समेत विभिन्न मांगों को लेकर मेधा पाटकर नर्मदा चुनौती सत्याग्रह के तहत नौ दिन से अनशन पर हैं. रविवार को उनकी तबीयत बिगड़ने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने भी अनशन समाप्त करने की अपील की थी.
बता दें कि मेधा पाटकर वर्षों से नर्मदा बचाओ आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं. उन्होंने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान सरकार पर प्रकृति से खिलवाड़ करते हुए पर्यटन पर ध्यान देने का आरोप लगाया था.