राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी रविवार को घोषणा की है कि राज्य में "गौ संवर्धन बोर्ड" की जगह "गौ मंत्रालय" बनाया जाएगा जिससे गौ-वंश की सेवा और उनकी सुरक्षा के लिए बेहतर तरीके से काम किया जा सकेगा.
दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने ये बातें सागर जिले में आचार्य विद्यासागर महाराज द्वारा आयोजित जीव दया सम्मान समारोह के दौरान कहीं. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की तीन गौशालाओं को जीव दया सम्मान दिया गया जिसमें दमोह, ग्वालियर और उज्जैन जिले के बड़नगर की गौशाला शामिल थी. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वहां उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा की और कहा कि मंत्रालय के अधीन जहां-जहां ज़मीन मिलेगी वहां गायों के लिए गौ-अभ्यारण और गौ-शालाएं बनवाई जाएंगी.
कांग्रेस ने कहा "नकल ना करें शिवराज"
गौ मंत्रालय की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान पर कांग्रेस की नकल करने का आरोप लगाया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा है कि "शिवराज सिंह चौहान बीते 15 सालों में सिर्फ एक गौ अभ्यारण बना पाए और उसकी दुर्दशा को ही सुधार लें तो वो काफी है". दुर्गेश शर्मा ने कहा कि "शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की नकल कर रहे हैं क्योंकि कमलनाथ ने कुछ दिन पहले ही हर पंचायत में गौशाला खोलने की घोषणा की थी और चुनाव में वोट लेने की मंशा से ही गौ-मंत्रालय की घोषणा की गई है."
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में फिलहाल 614 गौशालाएं ऐसी है जिसे सरकारी अनुदान मिलता है औऱ जो सीधे-सीधे गौ-संवर्धन बोर्ड के अधीन आती हैं. इसके लिए फिलहाल 25 करोड़ रुपए का बजट इस साल दिया गया जो पहले 16 करोड़ रुपए था.