हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कंप्यूटर बाबा ने बुधवार को भीषण गर्मी के बावजूद जलते कंडों के बीच अनशन किया. दरअसल, कंप्यूटर बाबा महाराष्ट्र के पालघर और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में संतों की हत्या के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए इंदौर में अपने आश्रम में करीब 7 घंटे का अनशन शुरू किया.
सुबह 9 बजे से कंप्यूटर बाबा का शुरू हुआ अनशन दोपहर 4 बजे तक चलेगा. इस दौरान कंप्यूटर बाबा ने जलते कंडों के बीच धूनी रमाई. आपको बता दें कि अप्रैल के महीने में इंदौर में भीषण गर्मी होती है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है. ऐसे में जलते कंडों के बीच बैठ कंप्यूटर बाबा हठयोग करते हुए संतों की हत्या के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं.
क्या कहा कंप्यूटर बाबा ने?
कंप्यूटर बाबा ने कहा, 'आज देश संकट की स्तिथि में है. कोरोना महामारी के कारण हाहाकार मचा है. साथ ही कुछ अराजक तत्वों के द्वारा हमारे साधु महात्माओं को टारगेट कर हत्या की जा रही है. मैं पालघर और बुलंदशहर में संतों की निर्मम हत्या करने वाले आरोपियों के लिए जल्द से जल्द कठोर दंड की मांग करता हूं. इसके साथ ही अनशन पर तपस्या कर ईश्वर से समस्त देशवासियों के कल्याण तथा कोरोना महामारी के अंत की प्रार्थना करूंगा.'
कंप्यूटर बाबा ने अपने आसपास कुछ तख्तियां भी लगाई हैं, जिसके जरिए योगी सरकार पर हमला बोला है. कंप्यूटर बाबा अपने गोमट गिरी आश्रम इंदौर में लगातार 7 घंटे तक ऐसे ही बैठे रहेंगे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, उनके साथ दूसरे संत भी धूनी अनशन कर रहे हैं.
अनशन पर बैठे कंप्यूटर बाबा ने कहा कि बुलंदशहर और पालघर में साधुओं की हत्या हो रही है. यह विरोध प्रदर्शन इंसाफ मांगने के लिए है. साधु भूखमरी के भी शिकार हो रहे हैं. प्रधानमंत्री से आग्रह है कि वे साधुओं का ख्याल रखें. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भगवाधारी के हाथ में यूपी की सरकार है. मैं उनसे (सीएम योगी) पूछना चाहता हूं कि रामराज्य है या रावण राज्य. साधुओं की हत्याएं क्यों हो रही हैं.
आरोपी ने क्यों की साधुयों की हत्या?
बता दें, अनूपशहर कोतवाली के पगोना गांव के शिव मंदिर में रहने वाले 55 वर्षीय साधु जगनदास और 35 वर्षीय साधु सेवादास की हत्या कर दी गई थी. सुबह जब ग्रामीण मंदिर पहुंचे तो साधुओं के लथपथ शव देखकर भड़क गए. देखते ही देखते मंदिर में भीड़ इकट्ठा हो गई.
ग्रामीणों ने शक के आधार पर आरोपी को पकड़ लिया. बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि कुछ दिन पहले आरोपी ने साधुओं के एक सामान (चिमटा) को छीन लिया था, जिसके बाद साधुओं ने उसे डांटा था. इससे नाराज होकर आरोपी ने दोनों साधुओं की हत्या कर दी.