मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का टेलीफोन टेप किए जाने को लेकर को कांग्रेस ने सवाल खड़ा कर दिया है. कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया कि आखिर किसके इशारे पर मुख्यमंत्री के फोन टेप हो रहे हैं, यह सार्वजनिक होना चाहिए.
टेलीफोन पर शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी विधायक मुरलीधर पाटीदार के बीच बातचीत है, जिसमें मुख्यमंत्री शिक्षकों को समान कार्य, समान वेतन की बात का ऐलान गुरु पूर्णिमा के दिन करने की बात कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा कि यह पता लगाने की जरूरत है कि आखिर किसके इशारों पर फोन टेप किए जा रहे हैं.
हालांकि इस मामले में बीजेपी का कहना है कि यह टेप फरवरी, 2013 का है और उस समय मुरलीधर संविदा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष थे. कांग्रेस के आरोप पर बीजीपी जरा भी गंभीर नहीं है. उसने इसे शरारत बताते हुए रुटीन बातचीत का टेप करार दिया है.
कांग्रेस प्रवक्त केके मिश्रा ने कहा, 'यह संवाद मुख्यमंत्री और बीजीपी के विधायक मुरलीधर कर रहे हैं. हमें इस बात पर आपत्ति नहीं है कि यह संवाद क्यों हुआ. लेकिन सवाल यह है कि क्या इस देश में टेलीफोन टेप किए जा रहे हैं? यदि हां, तो टेलीफोन किसके आदेश से टेप हो रहे हैं?'
बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा, 'कांग्रेस मानसिक दिवालिएपन के दौर से गुजर रही है. इस टेप में कुछ नहीं है, यह सिर्फ शरारत है.'