ज्योतिरादित्य सिंधिया के घोषित कार्यक्रम में दिग्विजय से मुलाकात का तो जिक्र नहीं है लेकिन उनके कार्यक्रम में सोमवार दोपहर गुना सर्किट हाउस का जिक्र जरूर है. ऐसे में इतना तो तय है कि सोमवार दोपहर दोनों नेता एक ही जगह मौजूद रहेंगे. ये देखना दिलचस्प होगा कि दोनों नेता मुलाकात करते हैं या नहीं? दरअसल, मध्यप्रदेश की राजनीति में सिंधिया और दिग्विजय को एक दूसरे का धुर विरोधी माना जाता है और जाहिर है दोनों नेताओं की अगर मुलाकात होती है तो सुर्खियां जरूर बनेंगी.
दरअसल, मध्यप्रदेश में इस साल राज्यसभा की तीन सीट खाली हो रही है. भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) से जहां प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया तो वहीं कांग्रेस से दिग्विजय सिंह का राज्यसभा में कार्यकाल पूरा होने जा रहा है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस में चल रही है गुटबाजी
विधानसभा में विधायकों के संख्याबल के आधार पर तीन में से दो राज्यसभा सीट कांग्रेस के खाते में जाना लगभग लगभग तय है. राज्यसभा कौन जाएगा इसका फैसला भले ही आलाकमान तय करेगा लेकिन अभी तक इन दोनों सीटों पर दिग्विजय गुट और सिंधिया गुट अपने अपने नेताओं का नाम आगे कर रहा है.
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पिछले कुछ दिनों से कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रियंका गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजने की मांग कर चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में संभावित विरोध को देखते हुए दोनों नेता मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि कांग्रेस का कहना है कि एक ही पार्टी के दो नेता अगर मिलते हैं तो इसमे नया कुछ नहीं है.
'कांग्रेस के भीतर नहीं चल रहा विवाद'
'आजतक' से बात करते हुए मध्यप्रदेश के वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने कहा कि 'विवाद चल कहां रहा है? जा बातें मीडिया के माध्यम से आ रही हैं वो तो मेरे गले नहीं उतर रही कि विवाद था कब? दोनों नेता हमारी पार्टी के महत्वपूर्ण और बड़े कद के नेता है. जाहिर है पार्टी से जुड़े मुद्दों पर बात या मुलाकात करने के लिए भी स्वतंत्र हैं. ऐसे मे वो कभी भी और कहीं भी मिल सकते हैं. इसमे मीडिया द्वारा ही कहानियां गढ़ी जा रही हैं.'
कांग्रेस नेता भले ही इस मुलाकात को सामान्य बता रहे हैं लेकिन बीजेपी ने इस बैठक के जरिए एक बार फिर कांग्रेस की गुटीय राजनाति पर सवाल खड़े किए हैं. पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि 'जब दो नेताओं की मुलाकात चर्चा का विषय बने तो समझ लीजिए कि सबकुछ सामान्य नहीं है. गुटों और गिरोह में बंटी पार्टी में इसी तरह से चर्चाएं होती हैं. मुझे लगता है कि सिंधिया के साथ इस प्रदेश में कांग्रेस द्वारा कुठाराघात किया जा रहा है.'
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'विरोधियों के बीच मुलाकात पर सबकी नजर'
ज्योतिरादित्य सिंधिया करीब 8 महीने बाद अपने पूराने संसदीय क्षेत्र गुना आ रहे हैं. यहां सर्किट हाउस में उनकी दिग्विजय सिंह के साथ बैठक है. हालांकि बैठक का मुद्दा क्या है ये अभी किसी को नहीं पता. लेकिन दो कद्दावर और एक दूसरे के विरोधी माने जाने वाले नेताओं की इस सम्भावित बैठक पर हर किसी की नज़र बनी रहेगी.