मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही बीजेपी से जुड़ी यादों को एक-एक कर हटाया जा रहा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को सरकारी महकमों से हटाने के आदेश के बाद अब सरकारी दफ्तर भी कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. गुना के सर्किट हाउस में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी गई. जब विवाद बढ़ा तो फिर से तस्वीर लगा दी गई.
राज्य बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने सीएम कमलनाथ और @BJP4MP, @BJP4India, @INCMP को टैग करते हुए ट्वीट करते हुए कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया.
पाराशर ने लिखा कि ऐसी निकृष्टता की उम्मीद नहीं थी @OfficeOfKNath जी आपसे. यह गुना का सर्किट हाउस है, जहां से आपकी सरकार आते ही देश के प्रधानमंत्री की तस्वीर हटा दी गई. प्रधानमंत्री देश के होते हैं, किसी पार्टी के नहीं. यह सर्किट हाउस किसी पार्टी का दफ्तर भी नहीं है.
ऐसी निकृष्टता की उम्मीद नहीं थी @OfficeOfKNath जी आपसे।
यह गुना का सर्किट हाउस है, जहां से आपकी सरकार आते ही देश के प्रधानमंत्री की तस्वीर हटा दी गई।प्रधानमंत्री देश के होते हैं, किसी पार्टी के नहीं।
और यह सर्किट हाउस किसी पार्टी का दफ्तर भी नहीं है @BJP4MP @BJP4India @INCMP pic.twitter.com/eReklfFZj2
— Lokendra Parashar (@LokendraParasar) December 29, 2018
तस्वीर 28 दिसंबर 2018 के रात 9 बजे की बताई जा रही है. इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तस्वीर तो अपनी जगह पर लगी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर अपनी जगह से गायब है. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री , डॉ. भीमराव आंबेडकर और राज्यपाल आनंदी बेन की तस्वीरें दीवार पर यथावत मिलीं.
गौरतलब है कि 17 दिसंबर को कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने आते ही बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों को सरकारी कामकाज से दूर रखना शुरू कर दिया था. कमलनाथ ने एक आदेश निकालते हुए तत्काल प्रभाव से निगम-मंडलों और ऐसे कई संस्थानों में मनोनीत सदस्यों की नियुक्ति खत्म कर दी थी.