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कांग्रेस का हिंदुत्व कार्ड, कमलनाथ करवाएंगे बुज़ुर्गों को कुंभ दर्शन

पहले राहुल गांधी का विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर जाना और उसके बाद गाय और गौशाला के लिए बड़े फैसले लेना हों या अब बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को कुंभ दर्शन करवाना, लगता है कांग्रेस ने बीजेपी के वोटबैंक में सेंध लगानी शुरू कर दी है.

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मुख्यमंत्री कमलनाथ की फाइल फोटो (रॉयटर्स)
मुख्यमंत्री कमलनाथ की फाइल फोटो (रॉयटर्स)

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गाय, गौशाला के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने एक और हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए बड़ा फैसला किया है. कमलनाथ सरकार ने फैसला किया है कि आगामी 12 फरवरी से मध्यप्रदेश के बुजुर्गों को कुंभ यात्रा करवाई जाएगी.

दरअसल पिछली सरकार में मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू की थी. उसी योजना के तहत अब कमलनाथ सरकार ने फैसला किया है कि प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में प्रदेश के बुज़ुर्गों को स्पेशल ट्रेन से ले जाया जाएगा. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत ये यात्रा 12 फरवरी से शुरू होगी जिसमें हबीबगंज, बुराहनपुर, शिवपुरी और परासिया से स्पेशल ट्रेन अलग-अलग तारीखों पर प्रयागराज के लिए रवाना होंगी.

मध्यप्रदेश सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना में 3600 तीर्थयात्रियों को कुंभ ले जाया जाएगा. पहली ट्रेन 12 फरवरी को भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से चलेगी जिसमें भोपाल, विदिशा, सागर और दमोह के 900 तीर्थयात्री शामिल होंगे. इसके बाद 14 फरवरी को बुराहनपुर से जो ट्रेन रवाना होगी उसमें बुरहानपुर-खंडवा-हरदा-जबलपुर के 900 तीर्थयात्री प्रयागराज जाएंगे. इसके बाद 22 फरवरी को शिवपुरी से जाने वाली ट्रेन में शिवपुरी-अशोकनगर-कटनी के 900 तीर्थयात्री तो वहीं अंतिम जत्था 24 फरवरी को परासिया स्टेशन से रवाना होगा. इसमें परासिया-छिंदवाड़ा-बैतूल-इटारसी-होशंगाबाद-नरसिंहपुर के 900 तीर्थयात्री शामिल होंगे.

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तीर्थयात्रियों का रखा जाएगा पूरा ध्यान

ये यात्रा 5 दिनों की होगी जिसमें यात्रियों के लिए खाने, चाय-नाश्ता, रुकने की व्यवस्था और तीर्थस्थल तक लाने और वापसी के लिए बसों की व्यवस्था होगी. इस दौरान तीर्थयात्रियों के हर जत्थे के साथ प्रशिक्षित गाइड भी होंगे. बुज़ुर्ग यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर ट्रेन में 10-10 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा बुजुर्ग के साथ केयरटेकर के जाने का भी प्रावधान इसमें रखा गया है.

निशाने पर बीजेपी का वोटबैंक?

पहले राहुल गांधी का विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर जाना और उसके बाद गाय और गौशाला के लिए बड़े फैसले लेना हों या अब बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को कुंभ दर्शन करवाना, लगता है कांग्रेस ने बीजेपी के वोटबैंक में सेंध लगानी शुरू कर दी है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो आने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने एक तरफ किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ कर किसानों का समर्थन काफी हद तक पा लिया है लेकिन अब हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों को साध कर कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए और बड़ी मुश्किल खड़ी करने वाली है.

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