मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े हॉटस्पॉट जहांगीराबाद इलाके में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने नए फॉर्मूले पर काम शुरू कर दिया है. अकेले जहांगीराबाद में कोरोना के 200 से ज्य़ादा मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए यहां से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है. शुक्रवार को आजतक की टीम ने इस इलाके का दौरा किया और हालात का जायजा लिया.
पूरे भोपाल में अब तक कोरोना वायरस के 900 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से अकेले जहांगीराबाद में ही 226 मामले सामने आए हैं. इस तरह भोपाल के करीब 25 फीसदी कोरोना मरीज जहांगीराबाद इलाके में पाए गए हैं. इस पूरे इलाके को चारों चरफ से सील करके एक महीने पहले ही कंटेनमेंट जोन बनाया जा चुका है. इसके बावजूद यहां कोरोना का संक्रमण नहीं थम रहा है.
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तंग गलिया और घनी आबादी वाले जहांगीराबाद में अब पुलिस, हेल्थ डिपार्टमेंट और नगर निगम के सफाई कर्मियों के अलावा किसी के आने पर पाबंदी है. शुक्रवार को आजतक जहांगीराबाद के उस हिस्से तक पहुंचा, जहां से आगे जाना मना है. जब तक तंग गलियों वाले जहांगीराबाद में कोरोना का संक्रमण नहीं रुक जाता है, तब तक के लिए स्थानीय प्रशासन ने यहां नया फॉर्मूला लागू कर दिया है.
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इस फॉर्मूले के तहत जहांगीराबाद में पॉजिटिव पाए गए मरीजों के आसपास रहने वाले घरों को खाली कराया जा रहा है और इनमें रहने वालों को विशेष बसों के ज़रिए शहर के सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया जा रहा है. आपको बता दें कि जहांगीराबाद में करीब एक लाख 20 हज़ार लोग रहते हैं. यहां अब तक 10 हज़ार से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं.
900 लोगों को बसों से दूसरी जगह किया गया शिफ्ट
जहांगीराबाद में 226 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से करीब 9 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक यहां से करीब 900 लोगों को निकालकर प्रशासन द्वारा चिन्हिंत होटलों और अन्य सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा चुका है. भोपाल नगर निगम के अपर आयुक्त राजेश राठौड़ ने आजतक से बात में बताया कि यहां घनी आबादी के कारण संक्रमण भी तेज़ी से फैल रहा है. इसके अलावा कई घरों में 20 से ज्यादा लोग रहते हैं, जबकि उनका शौचालय एक ही है. ऐसे में यहां कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है.
किन लोगों को किया जा रहा है दूसरी जगह शिफ्ट?
राजेश राठौड़ के मुताबिक अब तक यहां से 900 से ज्यादा लोगों को बसों में बैठाकर सुरक्षित जगहों पर भेजा जा चुका है. इससे जहांगीराबाद मे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी. इस दौरान ध्यान रखा जा रहा है कि सिर्फ उन्हीं लोगों को यहां से शिफ्ट किया जाए, जिनके पड़ोस में कोरोना पॉज़िटिव मरीज मिले हैं और उनमें अभी तक कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं है. कोरोना मरीजों की संख्या के मामलों में मध्य प्रदेश में भोपाल का इंदौर के बाद दूसरा नंबर है.
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