कोरोना की दूसरी लहर ने गावों में भी पैर जमाना शुरू कर दिया है. गांवों में ना सिर्फ संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है बल्कि कई लोग अपनी जान भी गवा रहे हैं. इस बीच अब नदी में ही कोरोना मृतक के शव को प्रवहित करने वाली घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस वजह से गांव के लोग तो सकते में हैं ही, प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. अब मध्यप्रदेश से भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है जहां पर रुंझ नदी में एक साथ कई शव तैरते दिखे हैं. गांव के लोगों को शक है कि कोरोना से मरे मरीजों के शव को नदी में ऐसे ही प्रवाहित किया जा रहा है.
नदी में एक साथ तैरते दिखे कई शव
अब एमपी के पन्ना से सामने आई ये घटना हैरान भी करती है और कई तरह के सवाल भी खड़े होते हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि नदी में जिन लोगों के शव मिले हैं, उनकी मौत कोविड से हुई है या नहीं. अभी के लिए ये सिर्फ गांव वालों का एक शक मात्र है. वैसे जब से रुंझ नदी में कई सारे शव देखने को मिले हैं, गांव में खौफ का माहौल है और कोई भी नदी में नहीं जा रहा है. ग्रामीणों के अनुसार तीन चार दिन से वह शवों को देख रहे हैं, इस बारे में पंचायत को भी बताया गया था. लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. एक स्थानीय निवासी ने कहा है कि तीन चार दिन से वह शवों को देख रहे है जिससे ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. घटना की शिकायत ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत सचिव,सरपंच व जिम्मेदार अधिकारियों से की गई, लेकिन किसी ने भी मामले की सुध नहीं ली.
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मृत कोरोना मरीजों को किया जा रहा प्रवाहित?
गांव के स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने नदी में पांच शव देखे हैं,लेकिन प्रशानिक तौर पर अभी केवल दो ही शव मिलने की पुष्टि हुई है. मालूम हो कि रुंझ नदी पहाड़ों के सेहो से निकलती है जो पांडे पुरवा, आरामगंज, भुंडा,भसूडा,हरदी,नयागांव होते हुए उत्तर प्रदेश के बड़ेछा में केन नदी में विलय हो जाती है. लेकिन अब जब से रुंझ में यूं शवों का दिखना शुरू हुआ है, सभी खौफजदा हैं और मामले की जल्द जांच चाहते हैं. वैसे इससे पहले बिहार से भी एक ऐसी चौंकाने वाली घटना सामने आई थी जहां पर अंतिम संस्कार के लिए जगह ना मिलने पर शवों को नदी में ही प्रवाहित किया जा रहा था. ये अलग बात रही कि प्रशासन ने पल्ला झाड़ते हुए कह दिया कि वो तमाम शव उत्तर प्रदेश से बहते हुए आए. चौसा के बीडीओ अशोक कुमार ने बताया कि करीब 40 से 45 लाशें होंगी जो अलग-अलग जगहों से बह कर महादेव घाट पर आ गई हैं. (रिपोर्ट- दिलीप शर्मा)