मध्यप्रदेश के खरगोन में राम नवमी के जुलूस के दौरान हिंसक घटना हुई थी. इस मामले में एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया था. लेकिन अब यही ट्वीट उन पर भारी पड़ गया है. क्योंकि दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में बिहार के वीडियो को खरगोन हिंसा का बताया था. इस मामले में पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.
अपने ट्विटर अकाउंट से मंगलवार को वीडियो शेयर कर उन्होंने लिखा था कि क्या खरगोन प्रशासन ने हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाजत दी थी?' शायद उन्हें कुछ देर बात पता चल गया कि ये वीडियो एमपी का नहीं, बल्कि बिहार का है. इसके बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया. लेकिन तब तक यह वायरल हो गया. हालांकि सुबह ही मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए थे.
पुलिस के मुताबिक दिग्विजय सिंह के खिलाफ IPC की धारा 58/22 , u/s 153A(1), 295A,465 505(2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
दिग्विजय के ट्वीट करने और डिलीट करने के बाद एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि 'दिग्विजय सिंह इससे पहले पाकिस्तान के पुल को भोपाल का बता चुके हैं. अब बिहार की मस्जिद का फोटो मध्य प्रदेश का बताकर भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधि विशेषज्ञों की राय ली जा रही है, दिग्विजय सिंह के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा सकती है.
बता दें कि मध्य प्रदेश के खरगोन में 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया था. पूरे क्षेत्र में हिंसा हुई. पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए. घटना के बाद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.