कभी राहुल गांधी के रानजीतिक गुरु माने जाने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के लिए अब हर सियासी दांव उलटा पड़ रहा है. पहले उन्हें मध्य प्रदेश चुनाव में हाशिये पर डाल दिया गया और अब उनके भाई लक्ष्मण सिंह को बुदनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इजाजत ही नहीं दी गई है.
दिग्विजय सिंह चाह रहे थे कि उनके भाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुदनी से चुनाव लड़ें ताकि वे पार्टी आलाकमान की नजर में बने रहें. लेकिन लक्ष्मण को चुनाव लड़ने से सीधे सोनिया गांधी ने ही मना कर दिया है. इसे दिग्विजय सिंह के सियासी जीवन का बड़ा झटका माना जा रहा है.
लक्ष्मण सिंह ने बुधवार को विदिशा में मीडिया को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनसे बुदनी विधानसभा सीट से चुनाव न लडऩे को कहा है. सिंह ने दलील दी कि पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष होने के नाते उनसे संगठन के लिए काम करने को कहा गया है. लक्ष्मण सिंह लंबे समय तक बीजेपी में रहने के बाद कांग्रेस में वापस आए थे. दरअसल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव तक राहुल की नाक का बाल रहे दिग्विजय सिंह का बाजार भाव उत्तर प्रदेश में हार के बाद से ही लगातार गिरता जा रहा है, लेकिन किसी को ये अंदाजा नहीं था कि इतने बुरे दिन आएंगे कि भाई का टिकट ही कट जाए.