मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के भीतर लग रहे आरोपों पर पार्टी महासचिव और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने अंदाज में प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि वह तो पंचिंग बैग की तरह हैं जो पंच खाने के बाद बिना किसी प्रतिक्रिया के वापस अपनी स्थिति में वापस आ जाता है.
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर शुक्रवार को पत्रकारों ने उनसे पूछा कि विधानसभा चुनाव के बाद उन पर पार्टी के भीतर साजिश रचने जैसे आरोप लग रहे हैं. इस पर दिग्विजय ने कहा, 'मेरा रोल तो पंचिंग बैग की तरह है, हर किसी को अधिकार है, इस बैग पर पंच मारने का और मैं पंचिंग बैग की तरह पंच खाने के बाद वापस अपनी स्थिति में आ जाता हूं.'
'नहीं थी ऐसे नतीजों की उम्मीद'
दिग्विजय ने कहा कि वह ऐसी बातों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जताना चाहते हैं. उन्होंने कहा यह पार्टी नेतृत्व पर है कि वह इन आरोपों पर क्या करता है, वह जो भी करेगा, उन्हें वह मंजूर है. इन चुनावों में कांग्रेस को मिली हार को लेकर पूछने पर दिग्विजय ने कहा कि नतीजे हमारे लिए निराशाजनक रहे हैं. ऐसे नतीजों की हमें उम्मीद नहीं थी.
'मेरा आकलन भी गलत निकला'
कांग्रेस महासचिव ने माना कि इस चुनाव में प्रदेश में जहां कांग्रेस का वोट बढ़ा, वहीं बीजेपी का भी वोट बढ़ा है. क्या पार्टी जनता तक अपनी बात पहुंचाने में नाकाम रही, इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'हमारा प्रचार तंत्र उतना मजबूत नहीं रहा, जितना बीजेपी का था.'
उन्होंने कहा कि अब यह आत्मचिंतन जरूरी है कि जिन क्षेत्रों में बीजेपी का वोट बढ़ा, वह किस वजह से हुआ. उन्होने कहा, 'मैंने खुद कांग्रेस के लिए 110 से 120 सीटों का आकलन किया था, लेकिन वह सही नहीं निकला, हमें मालवा और निमाड़ अंचल में उम्मीद से कम नतीजे मिले.'
'खत्म हुई
10 साल पुरानी कसम'
एक सवाल के जवाब में दिग्विजय ने कहा कि वह शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज चौहान से शिष्टाचार के नाते मिले और उन्हें मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी, क्योंकि वह केवल बीजेपी नहीं, पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.
यह पूछने पर कि वह अगला लोकसभा चुनाव कहां से लड़ना पसंद करेंगे, दिग्विजय ने कहा कि पार्टी उन्हें जहां से लड़ने को कहेगी, वह मंजूर करेंगे और अगर पार्टी इससे इंकार करेगी, तो नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि 2003 का चुनाव हारने के बाद उन्होंने चुनावी राजनीति से 10 साल अलग रहने की शपथ उठाई थी और अब 10 साल का समय बीत चुका है.