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MP उपचुनाव में बिगड़े बोल: EC की कमलनाथ को नसीहत, विजयवर्गीय को नोटिस

मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच खींचतान जारी है. यह खींचतान इतनी बढ़ा गई है कि नेता एक दूसरे पर अभद्र टिप्पणी करने से भी नहीं चूक रहे हैं. वहीं चुनाव आयोग ने इन बयानों पर संज्ञान लेते हुए कई नेताओं से जवाब तलब किया है.

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मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कमलनाथ, दिग्विजय पर टिप्पणी, विजयवर्गीय को नोटिस
  • कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा को भी नोटिस, जवाब- तलब
  • इमरती देवी के खिलाफ टिप्पणी पर कमलनाथ को नसीहत

मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच खींचतान जारी है. खींचतान को लेकर इनके बीच तल्खी इतनी बढ़ गई है कि नेता एक दूसरे पर अभद्र टिप्पणी करने से भी नहीं चूक रहे हैं. वहीं चुनाव आयोग ने इन बयानों पर संज्ञान लेते हुए कुछ नेताओं से जवाब तलब किए हैं.

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बीजेपी की उम्मीदवार इमरती देवी के खिलाफ 'आइटम' शब्द का इस्तेमाल करने पर निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ को नसीहत दी है. जबकि अभद्र टिप्पणी के चलते चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा से 48 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है. 

चुनाव आयोग ने कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि वो 48 घंटे के भीतर बताएं कि उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के खिलाफ अभद्र शब्द का इस्तेमाल क्यों किया. साथ ही चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा से भी जवाब मांगा है. आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा से कहा है कि वो बताएं कि उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ अभद्र शब्द का इस्तेमाल क्यों किया.

कमलनाथ को नसीहत

बीजेपी की उम्मीदवार इमरती देवी के खिलाफ 'आइटम' शब्द का इस्तेमाल करने पर निर्वाचन आयोग ने कमलनाथ को नसीहत देते हुए कहा है कि चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने पर सार्वजनिक रूप से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. 

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कमलनाथ ने आइटम वाले बयान पर मिले चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया था. कमलनाथ ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. कमलनाथ ने कहा कि अगर चुनाव आयोग मेरे पूरे भाषण को फिर से देखता है तो उसे समझ आ जाएगा कि कोई दुर्भावना नहीं थी. पूर्व सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक निर्णयों में कई बार कहा है कि चुनावी सरगर्मी में कई बयान सामने आ चुके हैं. कमलनाथ ने कहा कि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था. कमलनाथ के जबाव के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नसीहत दी कि सार्वजनिक तौर पर ऐसे शब्दों का इस्तेमान नहीं करना चाहिए.

 

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