बीजेपी उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि बुंदेलखंड में नक्सलवाद पनप सकता है, क्योंकि यहां शोषण एवं भ्रष्टाचार जैसे नक्सलवाद के पोषक तत्व मौजूद हैं.
उमा ने संवाददाताओं से कहा, 'मेरा मानना है कि बुंदेलखण्ड में नक्सलवाद पनपने के लिए अनुकूल हालात हैं. यहां शोषण, अन्याय, भ्रष्टाचार है और यहां गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों की संख्या बहुत है.'
उन्होंने कहा कि इस अचंल में शोषण भी इस तरह का है कि लोग खुलकर बोल नहीं पाते हैं. शोषण और भ्रष्टाचार ही नक्सलवाद के पोषक तत्व हैं, क्योंकि नक्सलवाद पनपने के लिए गरीबी, शोषण, अन्याय जैसी स्थिति जिम्मेदार होती है.
उमा ने कहा कि यदि इनके खिलाफ बोलने के लिए गरीबों, आदिवासियों को मंच मिलता रहता है और उनकी समस्याओं का समाधान होता है तो नक्सलवाद पनप नहीं पाता है, लेकिन जैसे ही आवाज दबती है, तो नक्सलवाद के रूप में प्रतिशोध सामने आता है.
उमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब तक शंकर गुहा नियोगी रहे, वहां नक्सलवाद नहीं पनप सका, क्योंकि वह दबे-कुचले लोगों को बोलने का मौका देते थे. उनकी हत्या के बाद ही वहां नक्सलवाद तेजी से बढ़ा और फला-फूला.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा गत शनिवार को ग्वालियर में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेहतर बताने को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि किसी की प्रशंसा करना, भला किसी दूसरे की निंदा करना कैसे हो सकता है.
यह पूछने पर कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी और क्या वह चुनाव लड़ेंगी तो उमा भारती ने कहा कि यह सब पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह तय करेंगे.
उनके साथ भारतीय जनशक्ति पार्टी से बीजेपी में आए लोगों की पार्टी में उपेक्षा के सवाल पर उमा ने कहा कि उस पार्टी से आने वाले बीजेपी में अपनी जगह स्वयं बनाएं; हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि यदि किसी को ज्यादा परेशानी होगी, तो वह बातचीत कर इसका समाधान कराएंगी.