मध्यप्रदेश में किसानों की आत्महत्या करने की घटना लगातार बढ़ रही है, गुरुवार को दो किसानों के खुदकुशी करने की खबर आई है. 6 जून के बाद से बीते 16 दिनों में ये 17वीं आत्महत्या है. छतरपुर जिले के नारायणपुर गांव निवासी महेश तिवारी ने 90000 रुपये के कर्ज से परेशान होकर जान दे दी.
इससे पहले सुबह ही राज्य के सागर जिले के बसहरी गांव में 50 वर्षीय किसान ने बुधवार को आत्महत्या कर ली है. किसान आत्महत्या करने से पहले एक नोट लिख कर गया है, जिसमें उसने साहूकार पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
शिवराज ने की थी मनाने की कोशिश
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंदसौर के बड़वन गांव पहुंचे थे. शिवराज ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. परिवारजनों ने सीएम के सामने इंसाफ की मांग रखी थी. इससे पहले शिवराज किसानों को मनाने के लिए उपवास पर भी बैठे थे, हालांकि बाद में उनका उपवास फिक्स होने का भी आरोप लगा था.
मंदसौर में भड़की थी हिंसा
ज्ञात हो कि किसानों ने कर्जमाफी और उपज के उचित मूल्य की मांग को लेकर राज्य में एक से 10 जून तक आंदोलन किया था. इस दौरान छह जून को मंदसौर में किसानों पर हुई पुलिस गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हुई थी, जबकि बाद में एक किसान की पुलिस पिटाई से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी थी. मंदसौर में तो कर्फ्यू लगाना पड़ा था.
कई राज्यों में कर्जमाफी
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से देश के कई हिस्सों में किसान आंदोलन कर रहे हैं. इसके कारण कई राज्य सरकारों ने कर्ज माफी का ऐलान भी किया है, जिसमें पंजाब , महाराष्ट्र, कर्नाटक और यूपी जैसे बढ़े राज्य में शामिल हैं.