बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का बुधवार को निधन हो गया. 92 साल के पटवा बीमार चल रहे थे. सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री सुंदरलाल पटवा को श्रद्धांजलि देने भोपाल जा सकते हैं.
पटवा की पत्नी का कुछ साल पहले ही निधन हो गया था. उनके कोई संतान नहीं है. उनके भतीजे सुरेंद्र पटवा राज्य की बीजेपी सरकार में संस्कृति एव पर्यटन मंत्री हैं. भोपाल स्थित बंसल हॉस्पिटल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. स्कंद त्रिवेदी ने बताया कि पटवा को बुधवार सुबह हार्ट अटैक आया और उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके निधन का समाचार सुनने के बाद तत्काल अस्पताल पहुंच गए. बाद में उन्होंने पटवा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश के विकास के लिए लंबे समय तक योगदान किया और उनके निधन से राज्य को अपूर्णीय क्षति हुई है.
11 नवंबर 1924 को जन्मे पटवा मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे. पहले 1980 में वह एक महीने से भी कम समय तक मुख्यमंत्री रह पाए थे, लेकिन इसके बाद राम मंदिर लहर में सत्ता में वापस आने के बाद वह मार्च 1990 में फिर से मुख्यमंत्री बनाए गए. हालांकि इस बार भी वह महज दो साल तक सत्ता में रह पाए, क्योंकि 1992 में बाबरी मस्जिद के ढहाए जाने के बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. वह 1997 में लोकसभा के लिए हुए उप-चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ को हराकर छिंदवाड़ा से सांसद बने. वर्ष 1999 के आम चुनावों में पटवा फिर होशंगाबाद लोकसभा सीट से विजयी हुए और उन्हें केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री बनाया गया.