अब तक आपने 'मुन्नाभाई' तर्ज के स्टूडेंट्स के बारे में तो बहुत सुना
होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि भोपाल के आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज ने
फैकल्टी की फर्जी भर्तियां की. भर्ती किए ज्यादातर टीचर पहले से ही
स्थायी रूप से देश के अलग-अलग संस्थानों से जुड़े हुए हैं. ये भर्ती मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के मुआयने से पहले दिखाने के लिए की गई थीं.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने फर्जी भर्ती मामले में जांच शुरू कर दी है. आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज के 20 डॉक्टरों को एमसीआई के मुआयना करने से ठीक पहले परमानेंट स्टाफ बताया गया. ये सभी टीचर पहले से ही गुजरात के कॉलेजों में पढ़ा रहे थे.
एमसीआई के चेयरमैन डॉ जयश्री मेहता ने कहा , 'भोपाल के आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज के फर्जी भर्तियां का मामला एथीक्सि कमेटी के पास जांच के लिए भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.'