मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां लोगों का दिल जीतने की कवायद में लगे हैं, वहीं उनके मंत्रियों के बेतुके बयान थम नहीं रहे हैं. अब इस सूची में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल का नाम भी शामिल हो गया है.
उन्होंने कहा है कि पहले राज्य के लोगों की चमड़ी मोटी हो गई थी, तभी तो 18 घंटे तक बिजली की कटौती होने पर उनके चेहरे पर शिकन नहीं आती थी. शुक्ल के बयान को कांग्रेस ने जनता का अपमान बताया है.
राज्य में बीते नौ वर्षो में बिजली आपूर्ति में आए बदलाव का ब्यौरा देने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में ऊर्जा मंत्री शुक्ल ने मंगलवार को जनता के रवैए पर ही सवाल खड़े कर दिए. शुक्ल ने अटल ज्योति अभियान सहित राज्य में बिजली उत्पादन बढ़ने का सिलसिलेवार ब्यौरा भी दिया.
शुक्ल ने कहा कि राज्य में चमत्कार हो रहा है, हर घर को 24 घंटे बिजली दिलाने का अभियान चल रहा है. पहले लोगों की चमड़ी मोटी हो गई थी, तब 18 बिजली गुल रहती थी और उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं आती थी, मगर आज 10-15 मिनट बिजली गुल होने पर शिकायतें करने लगते हैं. यह चमत्कार नहीं तो और क्या है. जब उनसे पूछा गया कि क्या अब राज्य के लोगों की चमड़ी पतली या गुलगुली हो गई है तो उसका उन्होंने सीधा उत्तर नहीं दिया.
शुक्ल ने कांग्रेस द्वारा सरकार पर आंकड़ों की बाजीगरी किए जाने का आरोप लगाने के सवाल पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मानसिक रूप से विचलित है और उन्हें अधकचरी जानकारी है.
शुक्ल से पहले राज्य के कई मंत्री तरह-तरह के बेतुके बयान देकर सुर्खियों में आ चुके हैं. राज्य के एक मंत्री विजय शाह को तो महिलाओं पर टिप्पणी करने पर कुर्सी तक गंवा चुके हैं. शाह ने महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी को लेकर भी टिप्पणी की थी.
इसके अलावा प्रदेश के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस की महिला सांसद पर भी हाल ही में टिप्पणी की थी, जिस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से उद्योग मंत्री को हटाने तक की मांग कर डाली थी.
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा मध्य प्रदेश की जनता को पत्रकार वार्ता मे मोटी चमड़ी का बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सरकार अपनी विफलताओं और शर्मनाक हादसों के बाद भी जो गवरेक्ति कर रही है उससे वह जरूर मोटी चमड़ी की हो गई है. प्रतिदिन इस सरकार के राज में जनता का अपमान हो रहा है.
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा आगे कहा कि यह सरकार अब मदमस्त हो गई है. मंत्री अपनी मर्यादाएं भूल चुके हैं. आज प्रदेश का हर वर्ग चाहे वह महिला हो, किसान हो, गरीब मजदूर हो, दलित-आदिवासी हो अपने को अपमानित महसूस कर रहा है. ऊर्जा मंत्री के इस बयान से कि ‘18 घंटे जब बिजली जाती थी तो चेहरे पर शिकन नहीं होती थी तब प्रदेश की जनता मोटी चमड़ी की हो गई थी, अब थोड़ी देर के लिए बिजली जाती है तो शिकायत करने लगते है’ से प्रदेश की सवा सात करोड़ जनता का अपमान हुआ हैं.