मध्य प्रदेश में सामने आए हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाने का ऐलान किया है. सीआईडी के आईजी डी. श्रीनिवास वर्मा इसकी कमान संभालेंगे. हनी ट्रैप मामले में मध्य प्रदेश सरकार ने इंदौर सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह को सस्पेंड कर दिया है. यह वही शख्स है जिसने हनी ट्रैप में ब्लैकमेलिंग की शिकायत की थी.
अभी हाल में मध्य प्रदेश पुलिस ने लोगों को अपने प्रेमजाल मे फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच महिलाओं सहित एक पुरुष को हिरासत में लिया था. तीन महिलाएं और एक पुरुष भोपाल और दो महिलाएं इंदौर में हिरासत में ली गई थीं.
एक वरिष्ठ सरकारी इंजीनियर की शिकायत पर इंदौर के पलासिया पुलिस थाने में ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया गया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि एक महिला उससे दोस्ती करने के बाद उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है.
प्रशासन की ओर से जारी आदेश
आरोप के मुताबिक महिला ने कुछ रिकॉर्डिग भी कर ली थी. प्रारंभिक जांच के बाद मामला इंदौर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया, जिसने राज्य एटीएस को एक बड़े रैकेट के बारे में बताया.
बता दें कि बड़े अधिकारियों, नेताओं और व्यवसायियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इंदौर और भोपाल की पुलिस के साथ ही एटीएस ने आरती दयाल, मोनिका यादव, श्वेता जैन समेत चार महिलाओं को गिरफ्तार किया था. इनमें एक छात्रा भी शामिल है.