इंदौर पुलिस एक बार फिर 'सिंघम' बनकर सामने आई, तो तीन बदमाशों की शामत आ गई. पुलिस ने शुक्रवार को इन बदमाशों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने तीनों बदमाशों को शनिवार को दिनदहाड़े थाने से जीप में बैठाकर परदेशीपुरा के बाजार में लाया. इसके बाद सड़क पर ही बदमाशों की डंडे और लात से जमकर पिटाई की. पुलिस ने जुलूस निकाला और सड़क पर ही बदमाशों से उठक-बैठक करवाई.
बदमाशों को परदेशीपुरा के व्यापारियों ने पकड़कर बेसबॉल के डंडों से पीटा और पुलिस को सोंप दिया था. व्यापारियों का कहना था कि बदमाश एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे.
कुल मिलाकर इंदौर पुलिस ने एक बार फिर बदमाशों को खाकी का रौब दिखाया. पुलिस आरोपी पप्पू डॉन, गोलू मिश्रा, भूपेन्द्र जायसवाल को लेकर पहुंची थी. शहर के परदेशीपुरा इलाके में दुकानदारों से वसूली करने वाले बदमाशों का पुलिस ने उन्हीं इलाकों में जुलूस निकाला. पुलिस ने उनका खौफ खत्म करने के लिए यह कदम उठाया. जिन व्यापारियों को इन्होंने धमकाया था, उनके सामने ही सरेराह बदमाशों की पिटाई की गई.
दरअसल, तीनों बदमाशों ने शुक्रवार रात क्षेत्र के एक व्यापारी धर्मेन्द्र अग्रवाल की शॉप पर पहुंचकर वसूली की कोशिश की थी. व्यापारियों ने एकजुट होकर तीनों को मौके से पकड़ा था और पिटाई कर पुलिस के सुपुर्द किया था. साथ ही पुलिस पर गुंडागर्दी पर लगाम न लगाने का आरोप लगाते हुए चक्काजाम भी किया था. क्षेत्र के व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने तीनों बदमाशों की अच्छी तरह से 'मरम्मत' की और फिर उनका खौफ ख़त्म करने के लिए उसी जगह उनका जुलूस निकाला, जहां वे गुंडागर्दी के लिए पहुंचे थे.
इंदौर पुलिस ने कुछ महीनों पहले ही 'सिंघम' का रूप दिखाया था. तब भी गुंडों की धर-पकड़ कर न केवल जुलूस निकाला गया था, बल्कि सरेराह उनकी पिटाई की गई थी. इसके चलते शहर में अपराधियों पर काफी हद तक नकेल कसने में मदद मिली थी. लेकिन फिर पुलिस थोड़ी ढीली पड़ी कि बदमाशों ने फिर से सिर उठा लिया था. शहर में अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा, तो अब लगता है कि पुलिस को भी अपना सुर बदलना पड़ रहा है.