क्या बीजेपी के नारे 'जय श्री राम' का मुकाबला करने के लिए कमलनाथ को अब 'जय हनुमान' का सहारा है? दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि मध्यप्रदेश की सत्ता में 15 साल बाद वापसी करने के बाद से ही कांग्रेस एक के बाद एक हिंदुत्व कार्ड के जरिए बीजेपी के सबसे मजबूत और बड़े वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी कर चुकी है. आने वाली 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गांधी जी को श्रद्धांजलि देने के साथ ही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार भोपाल में हनुमान चालीसा का एक बड़ा कार्यक्रम करवाने जा रही है.
'आजतक' से बात करते हुए मध्यप्रदेश के धर्मस्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया, 'गांधी जी की पुण्यतिथि पर भोपाल के मिंटो हॉल में स्थित गांधी जी की प्रतिमा के माल्यार्पण के साथ ही उनको श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा.' मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक इस 'कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार के कई मंत्री शिरकत करेंगे और खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ इस कार्यक्रम में डेढ़ घंटे तक मौजूद रहेंगे.'
'हनुमान भक्त हैं कमलनाथ'- कांग्रेस
सरकार बनने के बाद से एक के बाद एक कमलनाथ सरकार हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों पर तेजी से काम करने में जुट गई है. मध्यप्रदेश में 1 हजार गोशाला बनाने के काम से इसकी शुरुआत हुई. इसके बाद राम वन गमन पथ, उज्जैन-ओंकारेश्वर के विकास के लिए करोड़ों की योजना, ओरछा के राम राजा मन्दिर के विकास की योजना और श्रीलंका में सीता माता मंदिर के लिए बजट देने के बाद अब कमलनाथ हनुमानजी के नाम पर हनुमान चालीसा का एक बड़ा कार्यक्रम करवाने जा रही है.
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मशहूर हनुमान चालीसा वाचक पण्डित विजयशंकर मेहता भोपाल के मिंटो हॉल में हनुमान चालीसा पाठ के साथ ही सवा करोड़ मंत्रों का जाप भी करेंगे. कांग्रेस प्रवक्ता और मुख्यमंत्री के मीडिया कॉर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि 'कमलनाथ पहले से ही हनुमान भक्त हैं. कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में हनुमानजी की 101 फीट ऊंची मूर्ति बनवाई है. जब भी वो छिंदवाड़ा जाते हैं तो वहां जाकर पूजा जरूर करते हैं. ऐसे में इस कार्यक्रम को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए.'
बीजेपी का तंज
एक के बाद एक हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ती कांग्रेस पर बीजेपी हिंदुत्व के नाम पर सियासी जमीन मजबूत करने का आरोप लगा रही है. बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि 'जो कांग्रेस राम को काल्पनिक बताती आई, जिस कांग्रेस ने कभी रामसेतु को तोड़ने तक की बात की थी वो आज हनुमान जी को याद कर रही है. हनुमान और हिंदुत्व कांग्रेस के लिए सिर्फ और सिर्फ सियासी मुद्दा है और कुछ नहीं. हनुमान जी ऐसे कार्यक्रम करने से खुश होने वाले नहीं बल्कि दिल से याद किए जाने पर खुश होते हैं.'
हनुमान चालीसा पाठ के जरिए कांग्रेस हिंदुत्व कार्ड खेल वोट बैंक साधने में लगी है या उसकी हनुमान भक्ति सच्ची है? इसपर भले ही बहस हो सकती है लेकिन इतना जरूर है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी को हिंदुत्व के मामले में कांग्रेस कड़ी टक्कर जरूर दे रही है.