scorecardresearch
 

कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय पर कसा तंज, कहा- रायता समेट नहीं पा रहे

मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कांग्रेस अपनी सरकार को बचाने की जुगत में जुटी हुई है. इस सियासी खींचतान के केंद्र में बीजेपी से अधिक कांग्रेस के नेता हैं.

Advertisement
X
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कसा तंज
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कसा तंज

Advertisement

  • कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर साधा निशाना
  • कमलनाथ, दिग्विजय और सिंधिया की तकरार

मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कांग्रेस अपनी सरकार को सुरक्षित बनाने की जुगत में जुटी हुई है. मध्य प्रदेश में इस सियासी खींचतान के केंद्र में बीजेपी से अधिक कांग्रेस के नेता हैं. इनमें मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. यही वजह से बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने हल्के अंदाज में दिग्विजय सिंह पर तंज कसा है.

कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'कांग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराय. दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाय. बुरा न मानो होली है!!!' असल में, मध्य प्रदेश में सरकार के इस संकट के बीच कांग्रेस नेताओं के बीच ही बयानबाजी जारी है.

Advertisement

ये भी पढ़ेंः मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया बोले- सिंधिया का हुआ अनादर तो संकट में आएगी सरकार

कांग्रेस ने दावा किया है कि संकट टल गया है, लेकिन कांग्रेसी नेताओं के बयान से ऐसा लगता नहीं है. दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ सरकार के मंत्री उमंग सिंघार पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की भाषा बोलने का आरोप लगाया था.

दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार ने कहा था कि ये बीजेपी का ऑपरेशन लोटस नहीं ऑपरेशन मनी बैग था. हमारी सरकार सुरक्षित है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. वे कह रहे हैं कि हमारी सरकार सिर्फ तीन महीने चलेगी. इत्तेफाक की बात है कि राज्यसभा चुनाव को लेकर मेरे खिलाफ बीजेपी और उमंग सिंघार एक ही भाषा बोल रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः फिर बोले दिग्विजय सिंह, सपा-बसपा विधायकों को तोड़ने में लगी बीजेपी

दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार में वर्चस्व की लड़ाई काफी दिनों से चल रही है. वन मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखा था. उमंग का आरोप है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ काम करना चाहते हैं, लेकिन दिग्विजय सिंह उनको काम नहीं करने देना चाह रहे हैं. जब दिग्विजय सिंह पर्दे के पीछे रहकर सरकार चला रहे हैं, तो उनको चिट्टी लिखने की आवश्यकता क्यों?

Advertisement

उधर, कांग्रेस सरकार में मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा था, 'कमलनाथ सरकार को संकट तब होगा जब हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की उपेक्षा या अनादर सरकार करेगी. तब निश्चित तौर से सरकार पर जो काला बादल छाएगा वो क्या करके जाएगा मैं ये नहीं कह सकता.' शायद कांग्रेस नेताओं के इन बयानों की वजह से ही कैलाश विजय वर्गीय को यह तंज कसने का मौका मिल गया.

Advertisement
Advertisement