मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार दोपहर 12:30 बजे से अगले 24 घंटे के लिए 'स्वास्थ्य आग्रह' पर बैठे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे नौटंकी करार दिया, तो वहीं इसके उलट कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ना केवल सीएम के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, बल्कि मुख्यमंत्री के इस अभियान का समर्थन भी किया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में स्थित गांधी प्रतिमा से अपने स्वास्थ्य आग्रह की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह स्वास्थ्य आग्रह कोरोना से लोगों को जागरूक करने के लिए है. मुख्यमंत्री पूरे 24 घंटे तक खुले आसमान के नीचे सीएम दफ्तार चलाएंगे और सरकारी कामकाज के साथ-साथ कोरोना रोकथाम पर लोगों से चर्चा करेंगे. मुख्यमंत्री के इस अभियान के आयोजन स्थल पर भाजपा के कई नेता पहुंचे, तो वहीं कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी यहां पहुंचकर सबको चौंका दिया.
दरअसल, लक्ष्मण सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी की समस्या, स्वास्थ्यकर्मियों की कमी और पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन देने की मांग के साथ मुख्यमंत्री से आज 'स्वास्थ्य आग्रह' के मंच पर जाकर मुलाकात की. मुख्यमंत्री को जब पता चला कि लक्ष्मण सिंह भी आयोजन स्थल पर पहुंचे हैं, तो उन्होंने लक्ष्मण सिंह को मंच पर बुलवाया और उनकी मांगों पर उनसे चर्चा की.
मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए लक्ष्मण सिंह ने कहा कि 'समाज मे जागरूकता फैलाने के लिए यदि कोई आयोजन किया जाता है, तो मैं उसका समर्थन करता हूं. कोरोना जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसके लिए लोगों को जागरूक करना बेहद ज़रूरी है.
कमलनाथ ने बताया 'स्वास्थ्य आग्रह' को नौटंकी
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान के स्वास्थ्य आग्रह को नौटंकी करार दिया था. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा था कि 'जब भी प्रदेशवासियों को सरकार की जरूरत होती है, न्याय की आवश्यकता होती है, प्रदेश में विपरीत परिस्थितियां आती हैं, तो चुनौतियों का सामना करने की बजाय हमारे शिवराज मुद्दों से ध्यान मोड़ने के लिये उपवास-सत्याग्रह जैसे आयोजन करने लग जाते हैं. मंदसौर में पीपलिया मंडी में जब किसानों के सीने पर गोलियां दागी गईं, किसानों की मौत हुई, तब किसान मुख्यमंत्री को अपने पास पुकारता रहा, लेकिन हमारे सीएम शिवराज उनके पास जाने की बजाय भोपाल में उपवास पर बैठ गए.
उन्होंने कहा कि आज जब प्रदेश के नागरिकों को संकट के इस दौर में सरकार व मुखिया की जरूरत है, आज लोगों को अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पा रहा है, गरीबों को मुफ्त इलाज की दरकार है, अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी है, अस्पतालों में बेड नहीं है, कई जिलो में वैक्सीन खत्म है, टेस्टिंग नहीं हो पा रही है, आवश्यक दवाइयों व इंजेक्शनों की कमी है, इलाज के नाम पर कालाबाजारी व लूट-खसोट का खेल जारी है, कोरोना के आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं, तब आवश्यक निर्णय लेने, जनता को न्याय दिलवाने और चुनौतियों का सामना करने की बजाए, मुद्दों से ध्यान मोड़ने के लिये सीएम शिवराज कल 24 घंटे के लिये मिंटो हाल में स्वास्थ्य आग्रह पर बैठ रहे हैं. पता नहीं इस 24 घंटे के आग्रह की नौटंकी से प्रदेश से कोरोना कैसा भागेगा? लोगों को न्याय कैसे मिलेगा? इलाज कैसे मिलेगा, बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं कैसे सुधरेंगी और संक्रमण कैसे कम होगा. यह तो शिवराज ही बता सकते हैं?