मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर संकट बना हुआ है. जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने मुकुल वासनिक, हरीश रावत को भोपाल भेजा है. इन नेताओं को मध्य प्रदेश की स्थिति को सुधारने की जिम्मेदारी दी गई है.
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही 22 विधायक भी कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ चुके हैं. वहीं मध्य प्रदेश में इस सियासी घमासान के बाद कमलनाथ खेमे के नेताओं का कहना है कि जो विधायक सिंधिया के साथ बने हुए हैं, वो ताजा हालातों से खुश नहीं हैं.
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वहीं सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरु भेजा गया था. साथ ही सूत्रों ने कहा कि कई विधायक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के टच में हैं. वहीं सीएम कमलनाथ भी बीजेपी के कुछ विधायकों के संपर्क में हैं.
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सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी ताजा हालात को लेकर चर्चा की. साथ ही सीएम कमलनाथ लगातार कांग्रेस अध्यक्ष को हालातों की जानकारी दे रहे हैं.
कांग्रेस के पास विधायकों की कितनी संख्या?
बता दें कि मध्य प्रदेश में 22 इस्तीफों के बाद कांग्रेस की संख्या 114 से 92 हो गई है. हालांकि, मंगलवार शाम कमलनाथ की बैठक में कांग्रेस के 92 की बजाय 88 विधायक ही पहुंचे. लेकिन अब तक एसपी-बीएसपी और निर्दलीयों की मदद से कांग्रेस के पास 99 विधायकों का समर्थन हासिल है.