कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश के पुलिसकर्मियों को नई सौगात दी है. अब पुलिसकर्मियों को वीक ऑफ दिया जाएगा. इसकी शुरुआत गुरुवार से हुई. राजधानी भोपाल के करीब 351 पुलिसकर्मियों को पहला वीक ऑफ मिला. पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार, 3 जनवरी को जिला पुलिस भोपाल के 06 इंस्पेक्टर, 34 सब इंस्पेक्टर, 43 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 85 हेड कॉन्स्टेबल, 183 कॉन्स्टेबल समेत कुल 351 अधिकारी/कर्मचारी ने वीक ऑफ का लाभ उठाया.
पुलिस को मिले इस तौहफे के बाद आजतक ने वीक ऑफ मना रहे पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. इसमें कुछ पुलिस वालों को 38 तो किसी तो 28 साल बाद वीकली ऑफ़ मिला. रातीबड़ थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर काम करने वाले मोहन सिंह भी पहले वीक ऑफ में आराम करते मिले. पूछने पर बताया कि 28 सालों में पहला वीक ऑफ है लिहाजा थोड़ा अजीब लग रहा है. हालांकि, उन्होंने माना कि वीक ऑफ से अगले एक हफ्ते के लिए वो मानसिक और शारिरिक रूप से ज्यादा सक्षम होकर ड्यूटी दे पाएंगे. मोहन से ज्यादा खुश उनकी पत्नी थीं. बोलीं शादी के बाद से एक बार भी पति होटल में खाना खिलाने नहीं ले गए पर अब छुट्टी वाले दिन खाना खाने बाहर ले जाने की ज़िद कर सकती हूं.
वहीं, जहांगीराबाद थाने के टीआई अनिल वाजपेयी अपने वीक ऑफ़ के दिन वर्दी में नहीं बल्कि जीन्स टीशर्ट पहन कर परिवार वालों के साथ समय बिताते मिले. अनिल यहां अपनी पत्नी, बेटी, माता-पिता के साथ रहते हैं. उनकी मां ने बताया कि उनके बेटे को उन्होंने कभी 11 बजे के बाद घर पर नहीं देखा लिहाजा आज अच्छा लग रहा है. अनिल की पत्नी ने बताया कि उनका रिश्तेदारी में जाना लगभग बन्द हो गया था, लेकिन वीक ऑफ मिलना शुरू हुआ है तो अब वो अपने रिश्तेदारों के यहां उन्हें वक़्त मिलने पर ले जा सकते हैं.
वचनपत्र में किया था वीकली ऑफ का वादा...
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में पुलिसकर्मियों को वीक ऑफ देना भी शामिल था. अब चुनाव जीतने के महीने भर के भीतर इसे लागू कर कांग्रेस ने पुलिसकर्मियों के बीच अच्छी पैठ बना ली है.