मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से चुनाव आयोग ने पार्टी के स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है. चुनाव आयोग की कार्रवाई पर कमलनाथ ने प्रतिक्रिया दी है. कमलनाथ ने कहा है कि मैं प्रचार करने जाऊंगा. मुझे कोई नहीं रोक सकता. बता दें कि मध्य प्रदेश में 28 सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कमलनाथ कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार में जुटे हैं. चुनावी जनसभा में दिए अपने बयानों के कारण कमलनाथ विवादों में भी आ चुके हैं.
इससे पहले आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका नाम कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया था. इस मुद्दे पर कमलनाथ ने ट्वीट किया कि ये मेरी आवाज को दबाने का प्रयास है. अब जनता फैसला करेगी. कांग्रेस की आवाज को कुचलने का प्रयास है. सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं. जनता सच्चाई का साथ देगी.
अब जनता फ़ैसला करेगी।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 30, 2020
मेरी आवाज़ को रोकने का, दबाने का प्रयास है।
कांग्रेस की आवाज़ को कुचलने का प्रयास है।
सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।
जनता सच्चाई का साथ देगी।
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वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस कमलनाथ के साथ खड़ी है. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है. कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि मुझे कमलनाथ का संदेश मिला है और मैंने कपिल सिब्बल से बात की है. हम अगले कुछ घंटे में सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे.
चुनाव आयोग ने आदेश में क्या कहा
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा कि कमलनाथ के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें लगातार आ रही थीं. बीजेपी नेता इमरती देवी को आइटम बोलने के बाद कमलनाथ ने एक अन्य सभा में शिवराज सिंह को नौटंकी कलाकार भी कहा था.
आयोग ने मध्य प्रदेश के सीईओ की रिपोर्ट के आधार पर कमलनाथ को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना. चुनाव आयोग की बार-बार दी गई चेतावनी के बावजूद न चेतने पर कमलनाथ के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए आदर्श आचार संहिता के अनुच्छेद एक और दो के तहत कार्रवाई की गई है.