कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने योगगुरु स्वामी रामदेव को 'भोग गुरु' करार दिया है. उनका कहना है कि रामदेव को राजनीति ही करनी है तो वे खुलकर राजनीति करें. भगवा वस्त्रों की आड़ लेकर राजनीति करना एक प्रपंच के सिवाय और कुछ नहीं है.
भूरिया ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बाबा रामदेव द्वारा योग और धर्म के नाम पर बनाए गए मंचों से भाजपा सरकारों और पार्टी को चुनाव में फायदा पहुंचाने की दृष्टि से दिए जा रहे प्रवचनों पर सवाल उठाए हैं.
भूरिया का कहना है कि राजगद्दी से ऊपर और श्रेष्ठ होती है व्यास गद्दी. संतों को संतों की भाषा और आचरण ही शोभा देता है, लेकिन जब कोई भगवा वस्त्रों के आवरण में रहकर धन-लिप्सा, आश्रम-लिप्सा और कंपनी निर्माण-लिप्सा में लीन हो जाता है, तब वह संत नहीं रह जाता.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय संविधान बहुदलों और बहुविचारों के लिए उदारतापूर्वक अवसर उपलब्ध कराता है. स्वयं कांग्रेस पार्टी भी एक दलीय या एक विचारीय प्रणाली पर विश्वास नहीं करती, लिहाजा वह बाबा रामदेव को राजनीति के मैदान में एक राजनेता की तरह खुलकर आने का न्योता देती है.
उन्होंने कहा, 'रामदेव जनता को अपने संत-स्वरूप से आकर्षित करके, छल-कपट के साथ अपने विचारों को संघ और भाजपा के एजेंडे में शामिल कराने के कुचक्रों से बाहर निकलें.'