मध्य प्रदेश के भिंड की लहार विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ है. यहां डॉ. गोविंद सिंह 1990 से 2013 तक लगातार छठी बार विधायक हैं. यहां गोविंद सिंह के कारण कांग्रेस इतनी मजबूत स्थिति में है कि 2003 और 2008 के चुनाव में यहां बीजेपी प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई थी.
फिर 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पार्टी में दम भरने की कोशिश की. पार्टी ने पूर्व विधायक रसाल सिंह को मैदान में उतारा लेकिन उनकी हार हुई. हालांकि, बीजेपी इस चुनाव में दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रही थी.
यहां बीजेपी में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच मनमुटाव भी है. इससे बीजेपी के लिए बनी जीत की संभावना पर भी असर पड़ सकता है.
यहां के जातीय समीकरण को देखा जाए तो ठाकुर (भदौरिया), ओबीसी, ब्राह्मण मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं. जैन समाज और मुस्लिम समाज के मतदाताओं का प्रभाव रहता है.