मंडला कलेक्टर के फेसबुक पोस्ट पर अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई है. शिवराज ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिख कर मंडला कलेक्टर जगदीश जटिया के आचरण को गलत बताया है.
राज्यपाल लालजी टंडन को भेजे पत्र में शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है, 'CAA को लेकर मंडला कलेक्टर की टिप्पणी अक्षम्य और दंड योग्य है.' उन्होंने लिखा है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के उच्चतर मानदंड हैं. प्रशासनिक अधिकारी अपनी मर्यादा और सेवा नियमों के अंतर्गत कार्य करते हैं. भारतीय लोकतंत्र विश्व का विशालतम और परिपक्व लोकतंत्र है. लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत विभिन्न राजनीतिक दल अपने कार्यक्रम, नीतियां इत्यादि बनाते हैं. इस पर स्वस्थ विरोध या समर्थन लोकतांत्रिक तरीकों से ही किया जाता है. परंतु भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी से अपेक्षा नहीं की जाती है कि वह विरोध अथवा समर्थन से अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता जाहिर करें.
शिवराज सिंह चौहान ने पत्र में आगे लिखा है, महोदय, वास्तव में मध्यप्रदेश में विगत कुछ समय में प्रशासनिक तंत्र निरंकुश और राजनीतिक संलिप्तता प्रदर्शित करने वाली मशीनरी में बदल चुका है. सीएए आज विधि सम्मत कानून का रूप ले चुका है. भारतीय संसद में बहुमत से पारित हुआ है. कलेक्टर मंडला द्वारा की गई यह टिप्पणी अक्षम्य एवं दंड योग्य है. मेरा आपसे अनुरोध है कि आप इसका संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक कार्रवाई के निर्देश राज्य सरकार को देंगे.
बता दें, फेसबुक पोस्ट पर एक सवाल पर कमेंट करते हुए मंडला कलेक्टर जगदीश जटिया ने लिखा था कि 'मैं CAA/NRC का सपोर्ट नहीं करता'. हालांकि फेसबुक पोस्ट पर विवाद बढ़ता देख मंडला कलेक्टर ने अपने कमेंट को बाद में डिलीट कर दिया था लेकिन बीजेपी ने इसपर सवाल खड़े कर दिए हैं.