scorecardresearch
 

MP: मिट्टी के नीचे से आ रही थी रोने की आवाज, खोदकर देखा तो निकला बच्चा

बताया जा रहा है कि जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो उनको मिट्टी के अंदर से बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद उन्होंने सावधानीपूर्वक मिट्टी को हटाया तो उसमें से एक जिंदा बच्चा देखा.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 4 दिन के नवजात को ग्रामीणों ने दी नई जिंदगी
  • पुलिस ने अज्ञात लोगों पर दर्ज किया केस

मध्य प्रदेश के अशोकनगर में निर्दयी परिजनों ने 4 दिन के मासूम जिंदा बच्चे को नदी किनारे मरने के लिए दफना दिया. दफनाने के बाद वे वहां से रफूचक्कर हो गए, लेकिन पास में ही खेत में काम कर रहे कुछ ग्रामीणों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने नवजात को बचा लिया.

Advertisement

बताया जा रहा है कि जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो उनको मिट्टी में से नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी. उन्होंने सावधानीपूर्वक मिट्टी को हटाया तो उसमें से एक जिंदा बच्चा देखा. ग्रामीणों ने बच्चे को मिट्टी से निकालकर बाहर रखा और इसकी सूचना पुलिस को दी. बच्चे को मुंगावली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.

इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे को स्वस्थ बताया और बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया. पुलिस इस मामले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है. एसआई सतीश गर्ग ने कहा कि बच्चा तीन से चार दिन का है. ग्रामीणों ने सूचना दी थी एक बच्चा नदी किनारे मिट्टी में गड़ा हुआ था. इसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

एसआई सतीश गर्ग ने कहा कि शुरुआती इलाज के बाद बाकी जांच के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 317 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है.

Advertisement

कुछ दिन पहले ही झारखंड के रिम्स में एक मां अपने दुधमुंहे बच्चे को छोड़कर भाग गई थी. बताया जा रहा है कि बच्चा जन्म से ओसिपिटल मेनिनजो इंसेफालोसिल नामक बीमारी से पीड़ित था. इस बीमारी में सिर के पीछे का भाग बाहर निकलकर एक थैली की तरह बन जाता है और यह दो सिर की तरह दिखाई देता है. यह हिस्सा ब्रेन और स्किन से भी जुड़ा रहता है.

 

Advertisement
Advertisement