मध्य प्रदेश की सियासी नब्ज की टोह लेने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज भोपाल पहुंच रहे हैं. प्रदेश की राजधानी भोपाल को को भगवा रंग के पोस्टर और बैनरों से पाट दिया गया है. वे यहां पार्टी के कोर ग्रुप नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों के लेकर विचार विमर्श करेंगे. इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए उनके साथ बैठक करेंगे.
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस लोगों को जाति में बांटने का काम कर रही है. बीजेपी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस इस डिजाइन को विफल करना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है. चाहे वह चुनाव आयोग हो या फिर न्यायपालिका.
शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में हिंदू आतंक का इस्तेमाल करके हिंदू संस्कृति को बदनाम करने का काम किया है. इसके लिए उन्हें हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए.
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय और शक्तिशाली नेता हैं. बीजेपी को कांग्रेस 50 सालों तक अब हरा नहीं सकती है.
शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश के आगमी विधानसभा चुनाव को कुशाभाऊ ठाकरे और राजमाता सिंधिया को समर्पित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पार्टी का अध्यक्ष कॉरपोरेट हाउस के एक आदमी को बना दिया है. आने वाला चुनाव कॉरपोरेट और गरीब लोगों के बीच लड़ा जाएगा.
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने राज्य में पार्टी की कमान वरिष्ठ नेता कमलनाथ को सौंपकर सियासी सरगर्मी तेज कर दी है. इसके अलावा चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया को बनाया है. वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह भी राज्य की सियासत में सक्रिय हैं. 15 साल से राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी पूरी एकजुटता के साथ चुनावी रणनीति बनाने में लगी है.
मध्य प्रदेश की सत्ता पर 13 साल से आसीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने पूरी तरह से कमर कस लिया है. सत्ता विरोधी लहर को कांग्रेस कैश कराने के मूड में है. ऐसे माहौल में बीजेपी अध्यक्ष का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बीजेपी ने प्रदेश में पार्टी की कमान हाल ही में जबलपुर से सांसद राकेश सिंह को सौंपा है.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में आज होने वाली बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, शामिल थे. शाह की बैठक में करीब 3000 कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के करीब 58 जिलाध्यक्ष और 800 से ज्यादा मंडल अध्यक्षों के शामिल रहे.
बीजेपी अध्यक्ष पार्टी के कोर ग्रुप नेताओं के साथ विचार विमर्श करने के साथ-साथ उपचुनाव में मिली हार की समीक्षा भी किया. गौरतलब है कि शाह के मंत्र के बाद बीजेपी के कोर ग्रुप नेता राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव का खाका तैयार करेंगे. इसके अलावा पार्टी की कमजोरियों और ताकत दोनों का आकलन करेंगे.