मध्य प्रदेश में चुनाव के लिए प्रत्याशी नामांकन में चंद दिन बाकी हैं, लेकिन बीजेपी कार्यालय में दावेदारों का मेला लगा हुआ है वहीं कांग्रेस दफ्तर में सन्नाटा पसरा हुआ है.
भोपाल स्थित बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश कार्यालयों की तस्वीरों में अंतर साफ दिख रहा है. बीजेपी के दफ्तर में दावेदारों और कार्यकर्ताओं की भीड़ है, लेकिन कांग्रेस कार्यालय में पसरा सन्नाटा 15 सालों से मध्य प्रदेश की सत्ता से बाहर कांग्रेस की हालत बयां कर रहा है. बीजेपी नेता जहां कमरे के अंदर उम्मीदवारों के नाम पर माथापच्ची कर रहे हैं तो बाहर उम्मीदवार बनने की उम्मीद संजोए दावेदार अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और जमकर नारेबाजी करते हुए शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं.
हालांकि बीजेपी दफ्तर के मुकाबले कांग्रेस दफ्तर में भीड़ भाड़ से बिल्कुल उलट एकदम सन्नाटा पसरा हुआ है. सभी बड़े नेताओं के कमरे खाली हैं और सिर्फ मीडिया विभाग से जुड़े लोग ही प्रदेश कार्यालय में दिख रहे हैं. अब जब नेता नहीं हैं तो जाहिर है कि पार्टी के कार्यकर्ता भी नहीं हैं, और यही वजह है कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा हुआ है. प्रदेश कार्यालय में सन्नाटे पर कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा का कहना है कि कांग्रेस हाईकमान प्रदेश नेताओं के साथ दिल्ली में दावेदारों को टिकट देने के लिए स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक कर रहा है और इसलिए कांग्रेस कार्यालय में भीड़ नही है.
वहीं कांग्रेस से उलट बीजेपी के बड़े नेताओं की प्रदेश कार्यालय में मौजूदगी के चलते बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और टिकट के दावेदार प्रदेश कार्यालय पहुंच रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता वीरेंद्र सिसोदिया ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, 'कांग्रेस नेता कम भीड़ के कारण ही भोपाल छोड़ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं क्योंकि यहां खाली दफ्तर में बैठेंगे तो इज़्ज़त कम हो जाएगी.'