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MP चुनाव: वारासिवनी सीट पर भाजपा का कब्जा, बसपा देगी चुनौती

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और इसकी वजह से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश भर में जनआशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं तो वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी सत्ता विरोधी लहर पर सवार होने के लिए पूरा दमखम लगा रही है.

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बहुजन समाज पार्टी
बहुजन समाज पार्टी

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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों की सक्रियता बढ़ गई है. मुख्यमंत्री शिवराज चौहान जनआशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं जबकि कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया जन संपर्क अभियान में जुटे हुए हैं. लेकिन इन सबके बावजूद केंद्रीय नेता भी बीच-बीच में राज्य का दौरा कर चुनावी पारा को ऊपर चढ़ा रहे हैं.

बालाघाट जिले की सूरत

बालाघाट जिले के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें बैहर, लांजी, परसवाड़ा, बालाघाट, वारासिवनी और कटांगी शामिल हैं. इनमें से बैहर सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है. बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के क्रमशः संजय उइके, हिना कावरे, और मधु भगत विधायक हैं. जबकि बालाघाट, वारासिवनी और कटांगी सीट पर भाजपा के क्रमशः गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन, डॉ. योगेंद्र निर्मल और केडी देशमुख विधायक हैं.

वारासिवनी विधानसभा की स्थिति

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मध्यप्रदेश की वारासिवनी विधानसभा सीट बालाघाट जिले में आती है. यह इलाका सुगंधित चावल उत्पादन के लिए मशहूर हैं. यहां 1 लाख 87 हजार 65 कुल मतदाता हैं जिनमें पुरुष मतदाता 93 हजार 844, महिला मतदाता 93 हजार 221 हैं. फिलहाल इस सीट पर भाजपा का कब्जा है और योगेंद्र निर्मल भगवा पार्टी के विधायक हैं.

एक समय था जब वारासिवनी कांग्रेस का गढ़ था, लेकिन आज इस विधानसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल टिकट की रेस में सबसे आगे हैं तो वहीं वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष विवेक पटेल भी दावेदारों में शामिल हैं. वहीं भाजपा की तरफ से वर्तमान विधायक योगेन्द्र निर्मल प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. इसके अलावा संजय सिंह मसानी, गौरव पारधी, छगन हनवत के नाम भी दावेदारों में से एक हैं. वैसे तो विधानसभा के चुनावी समर में सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में होता है, लेकिन बसपा अपनी चुनौती पेश करती आ रही है. शायद यही वजह है कि भाजपा हो या फिर कांग्रेस दोनों ऐसे चेहरे की तालाश में है जिससे जीत पक्की हो सके.

विधानसभा चुनाव-2013

भाजपा- योगेन्द्र निर्मल-66806 (46.88%)

कांग्रेस-प्रदीप अमृतलाल जायसवाल-48868 (34.30%)

बसपा-अजब लाल-18992 (13.33%)

विधानसभा चुनाव-2008

कांग्रेस-प्रदीप अमृतलाल जायसवाल- 50984 (41.77%)

भाजपा-बोध सिंह भगत- 35994 (29.49%)

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बसपा-अजबलाल तुलाराम- 24104 (19.75%)

विधानसभा की तस्वीर

मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए इसी साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं. 230 में से 35 अनुसूचित जाति जबकि 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 148 गैर-आरक्षित सीटें हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी 165 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी जबकि कांग्रेस को 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 4 जबकि 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.

निर्वाचन आयोग के मुताबिक 2013 में मध्य प्रदेश में कुल 4,66,36,788 मतदाता थे जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 22064402 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 24571298 और अन्य वोटर्स 1088 थे. 2013 में 72.07 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.

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