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MP: बमोरी में हुए दो विधानसभा चुनाव, BJP-कांग्रेस को मिली एक-एक बार जीत

मध्य प्रदेश की बमोरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. महेंद्र सिंह सिसोदिया यहां के विधायक हैं. यहां अब तक दो चुनाव हुए हैं. कांग्रेस और बीजेपी को एक-एक बार जीत हासिल हुई है.

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कांग्रेस और बीजेपी
कांग्रेस और बीजेपी

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बमोरी विधानसभा सीट 2008 के चुनाव से अस्तित्व में आई. गुना के अंतर्गत 4 विधानसभा सीटें आती हैं, उन्हीं में से बमोरी भी एक है. इस क्षेत्र में सहरिया-आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की संख्या ज्यादा है. फिलहाल कांग्रेस के महेंद्र सिंह सिसोदिया यहां के विधायक हैं.

2008 में बमोरी विधानसभा सीट पर हुए पहले चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी के कन्हैया लाल रमेश्वर अग्रवाल ने 28767 वोटों के साथ चुनाव जीता था. वहीं कांग्रेस के महेंद्र सिंह सिसोदिया 23989 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर थे. दोनों के बीच हार-जीत का अंतर 4 हजार से ज्यादा वोटों का था.

वहीं 2013 में हुए दूसरे चुनाव में इस बार कांग्रेस मे जीत हासिल की. 2008 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाले महेंद्र सिंह सिसोदिया 71804 वोट हासिल कर यहां के विधायक बने. बीजेपी के कन्हैया लाल रमेश्वर अग्रवाल 53243 वोट के साथ दूसरे स्थान पर थे. दोनों में इस बार हार-जीत का अंतर ज्यादा था. सिसोदिया ने अग्रवाल को 18 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. वहीं बीजेपी के रमेश डाबर तीसरे स्थान पर थे.

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सहरिया-आदिवासी की संख्या है ज्यादा

यहां पर हुए अब तक 2 चुनावों में सहरिया-आदिवासी और अजा वर्ग ही निर्णायक मतदाता की भूमिका में रहे हैं. वहीं किरार-धाकड़ व अन्य समाज चुनाव की दिशा तय करने वाले साबित होते रहे हैं.

यहां सहरिया-आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग का बाहुल्य है. इनकी संख्या लगभग 80 हजार है. इस सीट पर पानी, सड़क, बिजली, रोजगार जैसी समस्याए हैं. ऐसे में 2018 का चुनाव क्षेत्र के विकास, रोजगार और मूलभूत जरूरतों के आधार पर ही लड़ा जाएगा.

2018 के चुनाव में बीजेपी एक बार  कन्हैया लाल रमेश्वर अग्रवाल को टिकट दे सकती है. वहीं कांग्रेस की ओर से मौजूदा विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया मैदान में उतर सकते हैं.

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