मध्य प्रदेश की भोपाल उत्तर विधानसभा सीट भोपाल जिले के अंतर्गत आनी वाली 7 सीटों में से एक है. यह सीट कांग्रेस का गढ़ है. भोपाल उत्तर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है. इस सीट पर कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी को कम जीत मिली है.
मुस्लिम बाहुल्य इलाका होने के नाते यहां से हर दल मुस्लिम प्रत्याशी को ही चुनाव में उतारता है. यह सीट किसी जमाने में कम्युनिस्टों का गढ़ हुआ करती थी. 1957, 1962, 1967 और 1972 में यह भोपाल सीट हुआ करती थी.
भोपाल उत्तर सीट 1977 में असतित्व में आई. 1977 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुआ और जनता पार्टी के हामिद कुर जीते. इस सीट पर 4 बार सीपीआई के शाकिर अली ने जीत हासिल की.
इसके बाद 1980 में कांग्रेस के रसूल अहमद चुनाव जीते. वह 1985 का चुनाव भी जीते. 1990 में हुए चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. 1990 में निर्दलीय उम्मीदवार आरिफ अकील को जीत मिली. इस सीट पर बीजेपी का खाता साल 1993 में खुला.
1998 से लेकर 2013 तक आरिफ अकील विधायक रहे. आरिफ अकील बीजेपी और मोदी लहर में भी चुनाव जीते. आरिफ अकील दिग्विजय सिंह सरकार में गैस राहत मंत्री भी रहे चुके हैं.
2013 के चुनाव में कांग्रेस के आरिफ अकील ने बीजेपी के आरिफ बैग को 6 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. आरिफ अकील को जहां 73070 वोट मिले थे तो वहीं आरिफ बैग को 66406 वोट मिले थे.
2008 के चुनाव में भी कांग्रेस के आरिफ अकील को जीत मिली थी. उन्होंने बीजेपी के आलोक शर्मा को हराया था. आरिफ अकील को 58267 वोट मिले थे, तो वहीं आलोक शर्मा को 54241 वोट मिले थे.
इस इलाके की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है. यह इलाका भोपाल का सबसे पिछड़े इलाके में से एक है. विकास के मामले में भी ये क्षेत्र पिछड़ा हुआ है.
2013 के चुनावी नतीजे
मध्य प्रदेश में कुल 231 विधानसभा सीटें हैं. 230 सीटों पर चुनाव होते हैं जबकि एक सदस्य को मनोनीत किया जाता है. 2013 के चुनाव में बीजेपी को 165, कांग्रेस को 58, बसपा को 4 और अन्य को तीन सीटें मिली थीं.