मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने टिकटों का ऐलान कर दिया है. टिकट ऐलान करने के 24 घंटे भीतर ही बीजेपी को विरोध का सामना करना पड़ा है. दरअसल बीजेपी ने शुक्रवार को आगामी विधानसभा चुनाव के लिये 177 उम्मीदवारों की सूची जारी की. इसमें कई नेताओं के टिकट कटे हैं. इससे नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राजधानी भोपाल में प्रदर्शन किया.
सरदारपुर से बीजेपी ने संजय बघेल को इस बार टिकट दिया है और स्थानीय विधायक वेल सिंह भूरिया का टिकट काटा है. इससे नाराज होकर वेल सिंह भूरिया अपने समर्थकों के साथ भोपाल स्थित सीएम आवास पहुंचे और संजय बघेल का टिकट काटने की मांग की.
भूरिया ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि सरदारपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व रहा है और बीजेपी यहां 23 हज़ार से ज्यादा वोटों से हार चुकी थी, लेकिन उन्होंने पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर बीजेपी की झोली में जीत डाली थी.
भूरिया ने कहा कि वो सीएम शिवराज से मिलकर प्रत्याशी बदलने की मांग करेंगे और ऐसा नहीं हुआ तो बीजेपी के सामने सरदारपुर सीट में मुश्किल खड़ी हो जाएगी.
गोविंदपुरा सीट पर भी तकरार
बीजेपी की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली गोविंदपुरा सीट को लेकर भी शनिवार को हंगामा हुआ. दरअसल बीजेपी की पहली सूची में गोविंदपुरा सीट को होल्ड पर रखा गया है. इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर खुद के या उनकी बहू कृष्णा गौर के लिये टिकट मांग रहे हैं. लेकिन सीट होल्ड पर होने के बाद टिकट कटने की आशंका भर से ही गौर परिवार के समर्थक और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
कार्यकर्ताओं ने बाबूलाल गौर या उनकी बहू कृष्णा गौर के लिए टिकट की मांग की है. सिर्फ यही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ऐसा ना होने पर बीजेपी से बगावत का ऐलान किया है. गोविंदपुरा सीट भोपाल में बीजेपी की सबसे मजबूत सीट मानी जाती है. यहां पर 44 साल से बाबूलाल गौर विधायक हैं, ऐसे में गौर समर्थकों की नाराजगी पार्टी के लिए भारी पड़ सकती है.
कांग्रेस ने कसा तंज
बीजेपी में टिकट बंटवारे के बाद विरोध के उठते स्वर के बीच कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी में पैसे देकर टिकट खरीदा गया है जिससे आम कार्यकर्ता नाराज हैं और विरोध कर रहे हैं.