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MP: कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में वापसी को बेताब कांग्रेस

मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ का गढ़ है. वे यहां से 9 बार सांसद रह चुके हैं. हालांकि यहां पर विधायक बीजेपी का है. कांग्रेस इस सीट पर एक बार फिर वापसी करने की कोशिश कर रही है.

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कमलनाथ (फाइल फोटो)
कमलनाथ (फाइल फोटो)

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छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की 7 विधानसभा सीटों में से एक है. यहां पर फिलहाल बीजेपी का विधायक है. हालांकि यह इलाका कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ का गढ़ माना जाता. वे यहां से 9 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. 2013 के चुनाव में बीजेपी के चौधरी चंद्रभान सिंह ने कांग्रेस के दीपक सक्सेना को हराया था. चौधरी चंद्रभान सिंह को 97769 वोट मिले थे, तो वहीं दीपक सक्सेना को 72991 वोट मिले थे.

दोनों के बीच हार-जीत का अंतर 24 हजार से ज्यादा वोटों का था. वहीं 2008 के चुनाव की बात करें तो इस बार कांग्रेस के दीपक सक्सेना को जीत मिली थी. उन्होंने 64740 वोट हासिल कर बीजेपी के वर्तमान विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह को 3 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.

ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ इस बार का विधानसभा चुनाव इस सीट से लड़ सकते हैं. लेकिन इसमें भी सच्चाई है कि कमलनाथ कभी भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़े हैं. वह यहां से 1980 से सांसद हैं. इस सीट पर कमनलाथ को सिर्फ एक बार हार मिली है. साल 1997 में पूर्व सीएम सुंदर लाल पटवा ने उन्हें मात दी थी. 1996 में कमलनाथ की जगह उनकी पत्नी चुनाव लड़ी थीं और जीत हासिल की थीं. अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आती है तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि कमलनाथ सीएम की रेस में सबसे आगे होंगे.

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छिंदवाड़ा की 7 विधानसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है. छिंदवाड़ा के विकास मॉडल की खूब चर्चा होती है. कमलनाथ ने यहां पर विशाल हनुमान जी की मूर्ति बनवाई है. इसके अलावा उन्होंने स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी बनवाया है. यहां पर उन्होंने 56 किमी लंबा रिंग रोड, कॉल सेंटर, मॉडल रेलवे स्टेशन बनवाया है. कांग्रेस छिंदवाड़ा विकास मॉडल के दम पर चुनाव लड़ रही है और पूर्व सीएम बाबू लाल गौर ने हाल ही में कमलनाथ के छिंदवाड़ा मॉडल की तारीफ भी की थी.

वहीं बीजेपी दावा करती है कि जिले में बन रहा नया मेडिकल कॉलेज वो बनवा रही है. इसके अलावा पार्टी दावा करती है कि विकास के जो भी काम हुए हैं बीजेपी ने ही किए हैं. विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह कहते हैं कि हमारा लक्ष्य इस बार सभी 7 सीटें जीतना है. हम लोगों के सामने ये बात लेकर जाएंगे कि यहां का विकास कमलनाथ ने नहीं बीजेपी ने किया है.

 इस बार के चुनाव टिकट की बात करें तो बीजेपी की ओर से एक बार वर्तमान विधायक को टिकट मिल सकता है तो वहीं कांग्रेस की ओर से दीपक सक्सेना और प्रदीप सक्सेना टिकट के दावेदार हैं.

2013 के चुनावी नतीजे

मध्य प्रदेश में कुल 231 विधानसभा सीटें हैं. 230 सीटों पर चुनाव होते हैं जबकि एक सदस्य को मनोनीत किया जाता है. 2013 के चुनाव में बीजेपी को 165, कांग्रेस को 58, बसपा को 4 और अन्य को तीन सीटें मिली थीं.

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