क्या पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ मध्य प्रदेश में कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी ठोकेंगे? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि खुद कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं.
छिंदवाड़ा में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन में कमलनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वो छिंदवाड़ा की किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से 9 बार के सांसद और वर्तमान में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ से एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने जब विधानसभा चुनाव से उनकी उम्मीदवारी पर जुड़ा सवाल पूछा तो कमलनाथ ने कहा कि इस बारे में उन्होंने कुछ तय नही किया है, लेकिन अभी तय करना है कि उन्हें उम्मीदवार छिंदवाड़ा से बनना चाहिए या नही.
कमलनाथ यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि अगर चुनाव लड़ना हुआ तो उनके पास छिंदवाड़ा है, सौंसर है, चौड़ई है. तीनों ही सीटें हैं.
जब कमलनाथ से उनके बेटे नकुलनाथ के चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यही जवाब दिया कि वो अपने बेटे से इस बारे में चर्चा करेंगे.
सांसद कमलनाथ के विधानसभा चुनाव लड़ने को बीजेपी ने उनका डिमोशन बताया है. शिवराज सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि वो बड़े नेता हैं. दिल्ली में भी उनका अच्छा उच्च स्तर था, लेकिन जानबूझकर उन्हें मध्य प्रदेश भेजा गया. यह उनके साथ अन्याय है. इससे पहले भूरिया जी को लाए थे लेकिन हालत देख लीजिए.
कमलनाथ अभी तक विधानसभा चुनाव लड़ने से खुद को दूर रखते आए हैं, यदि वह विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो मुकाबला दिलचस्प होने के पूरे आसार हैं.